प्रदेश में दस हजार घर बनाएगी सरकार, आवास योजनाओं के तहत होगा निर्माण

विशेष संवाददाता—शिमला

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीबों और दलित वर्गों के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की हैं। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के लाभ समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को मिल सके। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सराज विधानसभा की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि यह पहली बार है कि राज्य सरकार ने विभिन्न आवास योजनाओं के तहत प्रदेश में 10 हजार घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष संकट की घड़ी में राज्य के गरीब लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के वर्तमान कार्यकाल के दौरान प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के उद्देश्य से कई योजनाएं आरंभ की गई हैं। मुख्यमंत्री एक बीघा योजना सफल साबित हुई है, क्योंकि इसका लाभ उठाने के लिए लगभग 5000 परिवारों द्वारा अपना पंजीकरण करवाया गया है। सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राज्य में लगभग नौ लाख 12 हजार 78 किसान लाभान्वित हुए हैं।

राज्य में 977.77 करोड़ रुपए पात्र किसानों को आबंटित किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 8.5 करोड़ किसानों के बैंक खातों में 17 हजार करोड़ रुपए की एक और किस्त जारी कर दी है, जो किसानों को संबल बनाने में सहायक सिद्ध होगी। प्रदेश में भी लाखों किसानों को इस योजना के तहत दो हजार की एक और किस्त प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च से मई, 2020 तक राज्य में कोविड -19 महामारी और लॉकडाउन के कारण पुष्प उत्पादकों को लगभग 15.77 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

इन्होंने की बात

सराज भाजपा मंडलाध्यक्ष भागीरथ शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और गरीब वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। टेक सिंह, चित्रमणी, चिंता देवी, बबली, बोधराज, रीता देवी, द्रोमती देवी आदि कई लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री से बातचीत की और उन्हें विभिन्न योजनाओं के तहत सहायता प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।