यह केंद्रीय मंत्री और उनकी पत्नी करेंगे अंगदान, दूसरों के लिए बने प्रेरणा, जनसेवा की दी सीख

नई दिल्ली — केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को अपनी पत्नी के साथ अंगदान का संकल्प कानूनी रूप से लेते हुए कहा कि जो दूसरों के लिए जीते हैं, वही असल में जीवित हैं, बाकी लोग जीते हुए भी मृत समान हैं। डा. हर्षवर्धन ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत सुखद अनुभूति हो रही है कि मैंने अपनी पत्नी के संग देहदान का संकल्प कानूनी रूप से लिया है। अंगदान के प्रति जागरूकता के लिए बड़े कार्यक्रम ज़रूरी हैं, लेकिन कोविड -19 काल में यह संभव न हो सका।

उन्होंने कहा कि अंगदान महादान है। इससे किसी को जीवनदान मिलता है। उन्होंने साथ ही अंगदान करने वाले महान ऋषि दधिचि का जिक्र किया और एक कविता की चंद पंक्तियां साझा कीं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा,” आज अंगदान दिवस है।

अंगदान एक पुनीत और परोपकारी कार्य है। इसके माध्यम से हम दूसरों की जिंदगी में नया सवेरा ला सकते हैं। आइये इस दिवस पर जीवन की रक्षा के दायित्व का निर्वहन करते हुए अंगदान का संकल्प कर जनसेवा में अपना अमूल्य योगदान दें।