सिहुंता में गोसदन का काम अधर में

किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द काम शुरू करने की उठाई मांग

कार्यालय संवाददाता, सिहुंता-तहसील मुख्यालय में निर्माणाधीन गोसदन का कार्य बीच अधर में लटक जाने से आवारा पशु किसानों के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। आवारा पशुओं के झुंड खेतों में घुसकर फसलों को तबाह कर रहे हैं। किसानों ने प्रशासन से गोसदन का कार्य शीध्र करवाकर उन्हें आवारा पशुओं के आंतक से निजात दिलवाने की गुहार लगाई है। ओंकार सिंह चौहान, रतन कुमार, मुंशी राम, मनोहर लाल, सरदार सिंह, सोम दरू ठाकुर, माधोराम, चमन सिंह, डिंपल ठाकुर व मनीष कुमार आदि ने बताया कि सिहुंता के चन्हाल खद्द के साथ गोसदन का निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था, जिससे उन्हें आवारा पशुओं के आंतक से निजात मिलने की आशा जगी थी, मगर अकारण पिछले काफी अरसे से गोसदन का निर्माण कार्य बंद पडा हुआ है। उन्होंने बताया कि कृषि उनका मुख्य पेशा है और परिवार का पालन पोषण कृषि पर ही निर्भर हैं। मगर आवारा पशुओं के आंतक से अब किसान खेती से हाय- तौबा करने लगे हैं।

उन्होंने प्रशासन से शीघ्र गोसदन निर्माण कार्य मुकम्मल करवाने की मांग उठाई है। उधर, सिहुंता के प्रधान दिनेश कुमार ने बताया कि चन्हाल खद्द पर गोसदन के लिए प्लाट तैयार करवाया जा रहा है, लेकिन वन भूमि होने के कारण विभाग ने कार्य पर रोक लगा दी है।  इधर, एसडीएम भटियात बच्चन सिंह ने बताया कि वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए सभी कगजात तैयार करके डीएफओ डलहौजी को भेज दिए गए हैं। अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलते ही गोसदन का निर्माण कार्य शुरु करवा दिया जाएगा।

किसान परेशान

किसानों ओंकार सिंह चौहान, रतन कुमार, मुंशी राम, मनोहर लाल, सरदार सिंह, सोम दरू ठाकुर, माधोराम, चमन सिंह, डिंपल ठाकुर व मनीष कुमार आदि ने बताया कि सिहुंता के चन्हाल खद्द के साथ गोसदन का निर्माण कार्य शुरू करवाया गया था, जिससे उन्हें आवारा पशुओं के आंतक से निजात मिलने की आशा जगी थी, मगर अकारण पिछले काफी अरसे से गोसदन का निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है, जिससे किसान परेशान हैं।