बार्डर खुलते ही देवभूमि की सैरगाहों में पहुंचे सैलानी, होटलों में बढ़ने लगी ऑक्यूपेंसी

हिमाचल की सीमाएं खुलते ही सैलानियों ने प्रदेश की सैरगाहों का रुख करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को प्रदेश की सैरगाहों में कई स्थानों पर बाहरी राज्यों से सैलानी पहुंचे हैं। सैलानियों की आमद शुरू होने से और बार्डर के पूरी तरह खुलने से पर्यटन कारोबारियों में पर्यटन कारोबार के जल्द पटरी पर लौटने की संभावना जगी है। राजधानी शिमला के रिज, माल रोड सहित अन्य पर्यटक स्थलों पर सैलानियों को सुहावने मौसम का लुत्फ उठाते हुए देखा गया है। शिमला में सैलानियों की चहल-पहल को देखते हुए पर्यटन कारोबार जल्द कारोबार के गति पकड़ने की उम्मीदें लगा रहे हैं। शिमला के साथ-साथ राज्य के अन्य सैरगाहों में भी सैलानियों के पहुंचने की सूचना है। सीमाओं को पूरी तरह से खोलने के बाद सैलानियों की आमद बढ़ने पर्यटन कारोबारियों को वीकेंड और आने वाले त्योहारी सीजन के दौरान सैलानियों की आमद में और उछाल आने की संभावना जताई जा रही है।

 हिमाचल प्रदेश में पिछले छह माह से होटल बंद पड़े हैं। होटलों के बंद रहने से सैलानियों को आर्थिक नुकसान का सामाना करना पड़ा था। हालांकि बंदिशों में कुछ ढील मिलने के बाद प्रदेश की सैरगाहों में सैलानियों की आमद शुरू हो गई थी, लेकिन बंदिशों के कारण कम ही संख्या में सैलानी पहुंच रहे थे। अब राज्य के बार्डर को पूरी तरह से खोल दिया गया है। बार्डर खुलने के बाद पर्यटन कारोबारी प्रदेश में सैलानियों के उमड़ने की उम्मीदें लगा रहे हैं। होटल इंडस्ट्री स्टैक होल्डर एसोसिएशन ने राज्य सरकार द्वारा बार्डर खोलने के निर्णय का स्वागत किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि बार्डर खोलने के फैसले के बाद आगामी दिनों के दौरान प्रदेश के होटलों में आक्यूपेंसी बढे़गी। एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र सेठ ने कहा कि बार्डर खोलने से प्रदेश में पयर्टन कारोबार फिर से पटरी पर लौटेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सैलानियों का आना शुरू हो गया है। ऐसे में वीकेंड और दुर्गा पूजा सीजन के दौरान राज्य में सैलानियों के ज्यादा संख्या में उमड़ने की उम्मीदें हैं।