चंडीगढ़ में छह महीने बाद खुले स्कूल, शिक्षा सचिव ने संभाला कोविड-19 से बचाव को मोर्चा

स्कूलों में जाकर लिया जायजा, बदला सा दिखा आलम

 चंडीगढ़-कोरोना वायरस की दस्तक के बाद से सोमवार को कोरोना के बढ़ते केस के बीच स्कूलों को खोला गया। लगभग छह माह बाद खुले स्कूलों का माहौल बच्चों को बिलकुल बदला हुआ मिला। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश के बाद स्कूलों को ओपन किया गया। इस बीच स्कूलों में कोरोना वायरस से किए गए बचाव का जायजा लेने के लिए शिक्षा सचिव सरप्रीत सिंह गिल ने स्वयं मोर्चा संभाला। सुबह नौ बजे वह गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल 15 में कोरोना से बचने के बंदोबस्त का जायजा लेने पहुंचे।

इस दौरान उन्होंने स्कूल के मुख्य गेट से लेकर हर क्लास रूम चेक किया। स्कूल खुलने पर सुबह से ही स्कूलों के गेट पर बच्चों की थर्मल चैकिंग का बंदोबस्त किया गया था। इसके बाद उन्हें क्लास रूम में एंट्री दी गई। लंबे समय बाद खुले स्कूलों में स्टूडेंट्स नाम मात्र ही आए थे। कई स्कूलों में सुबह से टीचर्स स्टूडेंट्स का इंतजार करते दिखे, लेकिन इन स्कूलों में एक भी स्टूडेंट्स नहीं आया। कई स्कूलों में बैच के अनुसार स्टूडेंट्स आए। हर बैच में दस से 15 स्टूडेंट्स शामिल थे। प्राइवेट स्कूल संचालकों का कहना था कि अभी उनके इंटरनल एग्जाम चल रहे है और 30 सितंबर तक 12वीं बोर्ड परीक्षा में आए कंपार्टमेंट के पेपर भी हैए ऐसे में स्टूडेंट्स को स्कूल बुलाकर खतरा नहीं उठाना चाहते।