डलहौजी से भूखे-प्यासे लौटे सैलानी

बार्डर खुलने के बाद पर्यटक नगरी पहुंच रहे पर्यटकों को व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने से पानी भी नहीं हुआ नसीब

डलहौजी-पर्यटकों के लिए हिमाचल के बार्डर खोलने के साथ ही कोरोना महामारी के तनाव के बीच कुछ पल सुकून से बिताने के लिए रविवार को डलहौजी पहुंचे पर्यटकों को व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने से काफी मुश्किलें पेश आईं। रविवार को बार्डर खुलने के बाद ये पहला वीक एंड था, जब पर्यटकों ने डलहौजी का रुख किया, लेकिन रविवार को शहर के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। इसके चलते पर्यटकों को खाना तो दूर चाय-पानी तक नसीब नहीं हुआ। आखिरकार पर्यटकों को भूखे-प्यासे ही वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। रविवार को व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद होने के चलते शहर में सन्नाटा पसरा दिखा।जालंधर से आए पर्यटक ने कहा कि यहां का मुख्य बाजार बंद होने के चलते उन्हें काफी मायूसी हुई है। बाजार बंद होने के बाद पर्यटकों ने डलहौजी के साथ लगते पर्यटन स्थलों की ओर रुख किया।

जहां पर्यटक द्गकृति के नजारों के बीच सुहावने मौसम का खूब आनंद उठाने शाम को घरों की ओर लौट गए।  गौर हो कि पर्यटन को डलहौजी की अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ माना जाता है। बीते छह महीने से बंद पड़े पर्यटन कारोबार को द्गदेश के बार्डर खुलने से कुछ आस तो जगी है, लेकिन डलहौजी में अधिकतर वीकेंड पर ही पर्यटकों की रौनक देखने को मिलती है। ऐसे में सरकार को इस ओर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेते हुए रविवार को बाजार को खोलने की अनुमति द्गदान करनी चाहिए ताकि पर्यटन कारोबारी कोरोना काल में लड़खड़ाए कारोबार को पुनः पटरी पर लाया जा सके।