एफसीए को फाइनल अप्रूवल के लिए भेजी जाएगी रिपोर्ट, देहरादून विंग ने लगाए हैं दो ऑब्जेक्शन

भानुपल्ली-बिलासपुर ब्रॉडगेज रेललाइन के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने लगाए दो ऑब्जेक्शन

सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण भानुपल्ली-बिलासपुर ब्रॉडगेज रेलवे लाइन के लिए धरोट तक एफसीए की फाइनल अप्रूवल मिल चुकी है। इसके तहत चिन्हित किए गए पेड़ों के कटान की प्रक्रिया चल रही है, जबकि दूसरे चरण में धरोट से जकातखाना तक अप्रूवल के लिए प्रोसेस जारी है। वहीं, इस पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के देहरादून विंग ने दो ऑब्जेक्शन लगाए हैं, जिस पर वन विभाग की टीम इस माह के अंत तक स्पॉट विजिट कर दोनों टेक्निकल प्वाइंट्स को दुरुस्त कर रिपोर्ट तैयार कर देहरादून भेजेगी।

वहीं, तीसरे चरण के सर्वे के तहत जकातखाना से बरमाणा तक चिन्हित  एरिया में एफसीए क्लीयरेंस के लिए केस तैयार हो रहा है। जानकारी के मुताबिक चार साल में धरोट से बिलासपुर तक रेलवे निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके तहत इस रेललाइन के निर्माण के लिए कवायद तेज गति से जारी है। वन विभाग के सर्वे में 24,708 छोटे-बड़े पेड़ चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 14,600 बड़े पेड़ शामिल हैं। यहां बता दें कि जंडौरी से धरोट होते हुए बिलासपुर तक 52.015 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के निर्माण कार्य के लिए कुल 139.21 हेक्टेयर एरिया को चयनित किया गया है। पहले चरण के सर्वे में चयनित 54 हेक्टेयर एरिया की एफसीए क्लीयरेंस मिल चुकी है। पंजाब से सटी सीमा पर जंडौरी से धरोट तक 10 किलोमीटर एरिया में 7835 छोट-बड़े पेड़ चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 3600 बड़े पेड़ शामिल हैं। इसी प्रकार दूसरे चरण के सर्वे के तहत धरोट से जकातखाना तक 38 किलोमीटर एरिया में चयनित 56.36 हेक्टेयर जमीन पर 12 हजार छोटे-बड़े पेड़ हैं।

चयनित जमीन की एनओसी के लिए प्रोसेस जारी है। इसी प्रकार जकातखाना से बिलासपुर तक 14 किलोमीटर एरिया में चयनित 28.85 हेक्टेयर जमीन पर 4872 छोटे-बड़े पेड़ शामिल हैं। चयनित जमीन की फोरेस्ट क्लीयरेंस के लिए केस बनाया रहा है और जल्द ही स्वीकृति के लिए देहरादून भेजा जाएगा।  उधर, वनमंडल अधिकारी सरोजभाई पटेल ने बताया कि देहरादून कार्यालय की ओर से लगाए गए ऑब्जेक्शन की रिपोर्ट इसी माह भेज दी जाएगी। दो टेक्निकल प्वाइंट हैं, जिन पर क्लीयरेंस मांगी गई है। रिपोर्ट तैयार करने के लिए जल्द ही टीम स्पॉट विजिट करेगी।