गंभीरता दिखाने की जरूरत

इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जाएगा कि हमारा भारत 42 लाख का आंकड़ा पार कर  कोरोना संक्रमितों वाला विश्व का दूसरा देश बन गया है। तेज रफ्तार से आंकड़ों में इजाफा होना हमें भयावह करता है। अतः हमें इस पर दोबारा नए सिरे से चिंतन करने की जरूरत है। समय रहते हमें इस महामारी को रोकना होगा अन्यथा स्वास्थ्य संसाधनों की  कमी के चलते देश की जनता को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

सरकार से उम्मीद की जाती है कि वह इस विषय को हल्के में न लेते हुए उचित कारगर कदम उठाएगी और हम सभी लोगों को भी सरकारों के सभी दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करना होगा। दुर्भाग्य की बात है कि कुछ लोग मास्क व सामाजिक दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।