खुल जाएंगे सभी होटल, खेलें भी शुरू

अब तक खुल चुके हैं 65 फीसदी, बॉर्डर खुलने के बाद सैलानियों की आमद शुरू

हिमाचल में 15 अक्तूबर तक सभी होटल खुल जाएंगे। राज्य में 65 फीसदी तक होटल सैलानियों के लिए पहले से ही खुल चुके हैं, जबकि होटल इंडस्ट्री द्वारा शेष रहते 35 प्रतिशत होटलों की अक्तूबर माह के बीच खुलने की संभावना जताई जा रही है। प्रदेश की सीमाओं के पूरी तरह खुलने के बाद राज्य में सैलानियों की आमद शुरू हो गई है, लेकिन प्रदेश की सैरगाहों में कम ही संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं।

वीकेंड की बात की जाए, तो इस वीकेंड पर पिछले वीकेंड के मुकाबले कम ही सैलानी पहुंचने की सूचना है। ऐसे में पिछले छह माह से होटलों के खुलने की प्रतिक्षा में बैठे पर्यटन कारोबारियों के हाथों निराश लगी है। टूरिज्म इंडस्ट्री स्टैक होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र सेठ ने बताया कि छह माह के दौरान होटल बंद रहने से कारोबारियों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है। अप्रैल के दौरान होटलों की ऑक्यूपेंसी 90 फीसदी तक रहती है। मई व जून के दौरान यह बढ़कर सौ फीसदी तक चली जाती है। जुलाई व अगस्त माह के दौरान भी होटलों में ऑक्यूपेंसी की दर 60 से 70 फीसदी तक चलती है, मगर कोरोना के चलते छह माह तक राज्य में होटल बंद रहे हैं। ऐसे में पर्यटन सीजन के दौरान कारोबारियों का कारोबार पूरी तरह ठप रहा है।

प्रोमोशन की जरूरत

हालांकि बॉर्डर खुलने के बाद सैलानियों ने प्रदेश का रुख करना शुरू कर दिया है, मगर राज्य में अभी भी कम संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं। मौजूदा समय में वीकेंड को छोड़कर शेष दिनों के दौरान बहुत कम संख्या में पर्यटक होटलों में आ रहे हैं। उनका कहना है कि अगर राज्य सरकार मौजूदा दौर में टूरिज्म को प्रोमोट करें, तो सैलानियों की संख्या में इजाफा हो सकता ंहै और पटरी से उतरा पर्यटन कारोबार लौट सकता है।

खिलाडि़यों के लिए कड़े नियमों के साथ खुलेंगे जिम-कोचिंग सेंटर, सरकार की एसओपी जारी

कार्यालय संवाददाता — शिमला

प्रदेश सरकार ने राज्य में खेल गतिविधियां शुरू करने की इजाजत दे दी है। इसके तहत यहां जिम व खेल परिसर खोलने की इजाजत मिली है, जिसके लिए युवा सेवाएं एवं खेल विभाग ने कड़े नियम बनाए हैं। नियमों का पुलिंदा एसओपी के माध्यम से जारी किया गया है, जिनका अनुसरण जरूरी होगा। इसके मुताबिक कंटेनमेंट ज़ोन से बाहर जिला में सभी खेल केंद्र खोल दिए जाएंगे। रेड ज़ोन से आने वाले खिलाड़ी का खेल परिसर में प्रवेश निषेध रहेगा। सभी खिलाडि़यों और प्रशिक्षकों के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य किया गया है। खेल केंद्रों में अभ्यास के लिए अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तर के खिलाड़ी को प्रवेश में प्राथमिकता दी जाएगी। खिलाडि़यों का प्रतिदिन ऑक्सीमीटर पर ऑक्सीजन लेवल जांचा जाएगा। प्रत्येक खिलाड़ी की हर सत्र से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग करनी होगी, जिसका रिकॉर्ड रखा जाना अनिवार्य किया गया है। खेल परिसर में खिलाड़ी के अलावा अन्य किसी व्यक्ति व रिश्तेदार के आने की अनुमति नहीं रहेगी। इतना ही नहीं, प्रशिक्षक द्वारा प्रशिक्षण स्थल की क्षमता के अनुरूप समयसारिणी तैयार कर खिलाडि़यों को प्रवेश दिया जाएगा, ताकि सामाजिक दूरी बनी रहे।

ऐसा करना होगा

प्रशिक्षण में उपयोग होने वाले उपकरण का आपस में अदला-बदली करके उपयोग करना वर्जित रहेगा। प्रशिक्षण से पहले खेल मैदान व उपकरण सेनेटाइज किए जाएंगे। खिलाड़ी को अपनी व्यक्तिगत किट इस्तेमाल करनी होगी। इस दौरान दूसरे खिलाड़ी की किट के प्रयोग की इजाजत नहीं होगी। 18 वर्ष से कम आयु के खिलाडि़यों के माता-पिता से सहमति पत्र लिया जाएगा। इसके बिना खेल परिसरों में इन्हें आने की इजाज़त नहीं दी जाएगी। इसी तरह 50 वर्ष से ऊपर के खिलाडि़यों का प्रवेश वर्जित रहेगा। 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ नहीं हो सकती और सभी सामाजिक दूरी में रहेंगे।