किसान बनाएंगे अपनी कंपनी

उद्यान विकास परियोजना के तहत बनेंगे उत्पादक संगठन,भरमौर के दपौता में योजना पर हुआ मंथन

भरमौर-उघान विकास परियोजना के तहत उपमंडल की ग्राम पंचायत खणी के दपौता गांव में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भारतीय समृद्धि फाइनेंस एंड कंसलटेंसी सर्विसेज संस्था के टीम लीडर एस चतुर्वेदी मुख्य रूप से मौजूद रहे। जबकि विभाग के अधिकारी हुकूम ठाकुर ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। टीम लीडर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि यह परियोजना केंद्र प्रयोजित है और प्रदेश के छह जिलों में चल रही है। इसके तहत छह जिलों में 30 किसान उत्पादक कंपनियों का गठन किया जाएगा। जिसका उद्देश्य बागबानों की आर्थिकी को सदृढ़ करना है। उन्होंने कहा कि इसी को लेकर प्रशासन के साथ भी बैठक का आयोजन किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि परियोजना के बावत बागबानों किसानों को जागरूक करने के लिए क्षेत्र की समूची पंचायतों में बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। संस्था द्वारा भरमौर उपमंडल के किसानों एवं बागबानों के क्लस्टर के उपरांत उत्पादक कंपनी का गठन किया जाएगा। इस कंपनी को किसान एवं बागबान खुद ही संचालित करेंगे इसका लाभांश भी किसानों एवं बागबानों को ही मिलेगा। इस कार्ययोजना को धरातल पर अमलीजामा पहनाने के लिए संस्था द्वारा 15 से 20 लोगों का गु्रप बनाया जाएगा और लगभग 300 किसानों एवं बागबानों को संगठित रूप में जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। संस्था द्वारा लोगों को प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से बागबानी के आधुनिक तकनीक की बारीकियों से रू-ब-रू करवाया जाएगा तथा बे मौसमी सब्जियों के उत्पादन पर भी जागरूक किया जा रहा है। परियोजना के तहत बागबानों को उन्नत किस्म के सेब के पौधे 200 रुपए के करीब उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा खाद व बीज और दवाइयां इत्यादि भी मुहैया करवाई जाएंगी।

संस्था के टीम लीडर एसपी चतुर्वेदी बेसिक्स एचपी हार्टिकल्चर डिवलपमेंट प्रोजेक्ट ने बताया कि इस कार्य योजना को मूर्त रूप देने के लिए संस्था द्वारा भरमौर उपमंडल के विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया जा रहा है और जल्द ही निकट भविष्य में किसान बागबान उत्पाद कंपनी का गठन किया जाएगा और यहां की फल व सब्जियों के संस्करण केंद्र की कार्ययोजना पर भी रूपरेखा तैयार की जा रही है। कहा कि शुरुआती दौर में प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से भरमौर के लोगों के साथ समन्वय स्थापित करने के साथ-साथ उन्हें इस महत्त्वपूर्ण कार्य योजना के बारे में जागरूक किया जा रहा है।