कुपोषण के लिए लोग खुद जिम्मेदार

देश में बच्चों में कुपोषण की विकट समस्या चिंता का विषय तो है, लेकिन इसके लिए खुद लोग भी काफी हद तक जिम्मेदार हैं। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि सरकारों ने देश के बच्चो को रोगमुक्त करने के लिए विशेष कार्ययोजना अमल में नहीं लाई है, लेकिन कुछ अन्य कारण भी हैं जिससे देश में बच्चों के कुपोषण का आंकड़ा चिंताजनक अवस्था में है।

कुपोषण के चिंताजनक आंकड़े के लिए बेशक सरकार की गलत नीतियां भी जिम्मेदार हैं, लेकिन अनपढ़ता, अज्ञानता भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार हैं। कुछ लोग अपनी हैसियत से ज्यादा बच्चे पैदा कर लेते हैं और कुछ लोगों को बच्चों को रोगों से बचाने वाले टीकों की जानकारी नहीं होती। लोग अपनी हैसियत से ज्यादा बच्चे पैदा करेंगे तो उनके बच्चे कुपोषण के शिकार और वे खुद गरीबी के दलदल में नहीं धंसेंगे तो और क्या होगा? इसलिए इस विषय में लोगों को जागरूक करने की सख्त जरूरत है।