विद्युत नियामक आयोग की कुर्सी को ‘जंग’

मुख्यमंत्री को गई फाइल, आईएएस अफसरों की गड़ी नजरें

विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष की कुर्सी पर आईएएस अधिकारियों की नजरें गड़ी हैं। सालों से इस पद पर सेवारत आईएएस या रिटायर्ड आईएएएस अधिकारी ही तैनात होता रहा है और इस बार भी आईएएस लॉबी अपनी इस पोस्ट को गंवाना नहीं चाहती है। ऐसे में  खूब जोर आजमाइश चल रही है और इसी सप्ताह इसका रिजल्ट भी सामने आ जाएगा। सूत्रों के अनुसार ऊर्जा विभाग की ओर से नए अध्यक्ष की ताजपोशी के लिए फाइल सीएम को भेज दी गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय को गई इस फाइल पर अब केवल फेसला होना है, क्योंकि यह नियम है कि स्क्रूटनी के बाद दो नाम भेजे जाते हैं, जो कि नियमों में दर्ज है, इसलिए दो नाम मुख्यमंत्री को भेजे गए हैं। इसके अलावा भी दावेदारों ने सीएम तक पहुंचना शुरू कर दिया है और खासा दबाव इसे लेकर बनाया जा रहा है। इस पद को हासिल करने के लिए राजनीतिक रूप से दबाव बनाया जा रहा है और हिमाचल ही नहीं, बल्कि दिल्ली तक से सिफारिशें हो रही हैं।

कई इंजीनियरों का भी इस पद को हासिल करने के लिए बड़ा दबाव है, मगर फैसला अब सीएम के हाथ में है। रिटायर्ड अभियंता चाहते हैं कि यह पद उन्हें मिले, जबकि सालों से रिटायर्ड आईएएस के पास यह पद रहा है। अभी भी कुछ ऐसे रिटायर्ड आईएएस हैं, जिनके साथ सरकार की कमिटमेंट भी है, मगर यह वादा पूरा होता है या नहीं, यह देखना होगा। बताया जाता है कि सीएम ने अभी 23 सितंबर को लाहुल जाना है, जहां से लौटने के बाद वह इस फाइल पर फैसला लेंगे और विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष की ताजपोशी कर दी जाएगी।इस पद से रिटायर्ड आईएएस अधिकारी एसकेबीएस नेगी सेवानिवृत्त हुए हैं, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है।