अपराधियों को टिकट

बिहार के पहले चरण के चुनाव में 31 फीसदी उम्मीदवार अपराधी हैं। इतने बड़े लोकतंत्र में यह बहुत दुखद है। सभी दलों को इस पर सोचना चाहिए और ऐसे उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने का फैसला करना चाहिए। ये उम्मीदवार हमारे लोकतंत्र के ऊपर धब्बा हैं। चुनाव आयोग को भी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो मतदाता को सामने आना चाहिए। उन्हें ऐसे उम्मीदवारों को अपना वोट नहीं देना चाहिए। हमारी संसद और विधानसभा को साफ -सुथरा किया जाना चाहिए। इसे साफ -सुथरा करना इतना आसान नहीं है। इसके लिए हमें सामूहिक प्रयास करना चाहिए।

हमारा लोकतंत्र दुनिया में एक उदाहरण है। इस उदाहरण को सुरक्षित रखने के लिए इन धब्बों को मिटा दिया जाना चाहिए। कुछ उम्मीदवारों ने अवैध रूप से पैसा कमाया है और चुनाव के समय गरीबों को यह पैसा देते हैं और उनकी सहानुभूति प्राप्त करते हैं। यह सहानुभूति वोट में बदल जाती है। लोकतंत्र में बुद्धिमान और ईमानदार लोगों को चुनाव लड़ना चाहिए। कुछ पैसे के लिए हमें इन लोगों को अपना वोट नहीं देना चाहिए।