भगवान रघुनाथ के दर से हटाया जाए पर्दा, दशहरा में दर्शन को पहुंच रहे श्रद्धालुओं ने उठाई आवाज

कुल्लू — कुल्लू दशहरा उत्सव में जहां अस्थाई शिविरों में देवी-देवता विराजमान हैं, वहीं उनके दर्शनों के लिए भी श्रद्धालुओं का आना जारी है, लेकिन कुछ देवताओं के शिविरों को पूरी तरह से पर्दे से बंद करने पर श्रद्धालुओं ने भी आपत्ति जाहिर की है। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की शान भगवान रघुनाथ के शिविर में रोजाना लोग दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।

शिविर में जहां भगवान रघुनाथ की चार समय विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है, वहीं देवी-देवता भी भगवान रघुनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। आम जनमानस भी भगवान रघुनाथ की विशेष पूजा-अर्चना देखने के लिए ढालपुर मैदान का रुख कर रहे हैं, लेकिन अस्थाई शिविर को चारों ओर से पर्दो से बंद करने से शिविर के बाहर भीड़ भी एकत्र हो रही है।

ऐसे में भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि शिविर के बाहर लगा पर्दा हटाया जाए, ताकि लोग बाहर से भी भगवान रघुनाथ के दर्शन कर सकें। महेश्वर सिंह का कहना है कि शिविर में आने के लिए एकमात्र गेट ही बचा हुआ है और ऐसे में लोगों की ज्यादा भीड़ भी उसी गेट पर पड़ रही है। गौर रहे कि अस्थाई शिविर के बाहर देवी-देवताओं के दर्शन के लिए जिला प्रशासन ने अलग से व्यवस्था की है, ताकि समाजिक दूरी व अन्य नियमों का पालन किया जा सके।