चीन से बातचीत में उसके इरादों को लेकर रहें सतर्क, रक्षा मंत्री  ने आर्मी कमांडरों को किया आगाह

चालबाज ड्रैगन की चालाकियों को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के शीर्ष अफसरों को आगाह किया है। उन्होंने बुधवार को आर्मी के टॉप अफसरों से कहा कि वे एलएसी पर चीन की हरकतों और सैन्य बातचीत के दौरान उसके इरादों को लेकर पूरी तरह सतर्क रहें। आर्मी कमांडर्स कान्फ्रेंस में रक्षा मंत्री ने मौजूदा सुरक्षा माहौल को संभालने के अंदाज के लिए सेना की तारीफ  भी की। राजनाथ के ये बयान ऐसे वक्त आए हैं, जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर पिछले कई महीनों से भारत और चीन के बीच जबरदस्त तनाव है। दोनों पक्ष अब तक कई दौर की सैन्य बातचीत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक बात नहीं बनी है। चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के बीच उनका बयान काफी अहम है। सोमवार को शुरू हुई चार दिवसीय कमांडर्स कान्फ्रेंस में शीर्ष सैन्य कमांडर चीन के साथ लगने वाली एलएसी पर भारत की युद्धक तैयारियों के साथ ही जम्मू-कश्मीर में स्थिति की व्यापक समीक्षा कर रहे हैं।

रक्षा मंत्री ने कमांडर्स कान्फ्रेंस में कहा कि सशस्त्र बलों की भुजाओं को मजबूती देने के लिए सरकार कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। मौजूदा सुरक्षा माहौल में भारतीय सेना की तरफ  से उठाए गए कदमों पर मुझे बेहद गर्व है। सुधारों के रास्ते पर आगे बढ़ रही सेना को हर सुविधा देने और सभी क्षेत्रों में बढ़त हासिल करने में मदद के लिए रक्षा मंत्रालय प्रतिबद्ध है। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच पांच महीने से भी ज्यादा वक्त से गतिरोध बना हुआ है और दोनों पक्षों ने क्षेत्र में 50-50 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती कर रखी है, जो गतिरोध की गंभीरता को बयां करता है। गतिरोध को दूर करने के लिए दोनों पक्षों में कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।