घेंघे से बचना है तो आयोडीन नमक खाएं

राजनगर में अंतरराष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस पर सजा कार्यक्रम

 राजनगर-स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर में अंतरराष्ट्रीय आयोडिन अल्पता विकार निवारण दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. हरित पुरी ने की।

उन्होंने बताया कि आयोडिन हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी पोषक तत्त्व है, जिसकी कमी से मुख्यतः घेंघे रोग और गर्भवती महिलाओं में गर्भपात समय से पूर्व प्रसव तथा मृत बच्चे का जन्म होना जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। बच्चे में भी आयोडीन की कमी से दो प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। पहला यदि गर्भावस्था के दौरान यदि मां में आयोडिन की कमी होगी तो बच्चे में कोई दिमागी कमजोरी या मंदबुद्धि हो सकता है। दूसरा बाल्यावस्था में बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास कम हो सकता है। डा. हरित पुरी ने कहा कि इसलिए मानव के शरीर में सही मात्रा में आयोडिन का होना बहुत ही जरूरी है।

उन्होंने बताया कि मानव के शरीर में आयोडिन की कमी न हो इसके लिए वे हमेशा अपने भोजन में आयोडिन युक्त नमक का प्रयोग करे। इस मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर की चिकित्साधिकारी डा. अनुराधा महाजन, स्वास्थ्य शिक्षिका निर्मला और दीपक जोशी के अलावा स्थानीय लोग मौजूद रहे।