Kullu Dussehra: दशहरा की परंपराओं का होगा लाइव प्रसारण: गोविंद ठाकुर

कोविड-19 महामारी से उत्पन्न मौजूदा संकट के दौर में इस बार अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा सूक्ष्म तौर पर मनाया जाएगा। यह बात शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, जो अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने मंगलवार को देवसदन में दशहरा उत्सव के आयोजन को लेकर बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मंत्री ने कहा कि दशहरा उत्सव की जो भी परंपराएं होंगी, उनका लोगों को लाइव प्रसारण करने के प्रयास किए जाएंगे, ताकि लोग अपने घरों में रघुनाथ जी की रथ यात्रा के दर्शन कर सकें। गोविंद ठाकुर ने कहा कि सदियों से कुल्लू दशहरा का आयोजन किया जा रहा है और यह महोत्सव अंतरराष्ट्रीय ख्याति अर्जित कर चुका है।

 मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि वह पिछले कुछ दिनों से देव समाज, कारदारों, गूर, पुजारियों व व्यापारिक तथा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से दशहरे के सुरक्षित आयोजन को लेकर संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री रघुनाथ के छड़ीवरदार के अनुसार कुल छह से सात देवता दशहरा में आएंगे। देवता के साथ रात्रि को केवल 10 लोग ही रह सकेंगे। इस बार कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम उत्सव के दौरान नहीं होंगे। वहीं, कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर व बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि दशहरा कुल्लू वासियों का अपना उत्सव है और इस बार सभी लोगों को सयंम बरतते हुए बाजारों की ओर रूख न करके अपने घरों से ही उत्सव का आनंद लेना चाहिए।  कारदार संघ के अध्यक्ष जय चंद ठाकुर व प्रेस सचिव हंसराज शर्मा ने कहा कि वह देवताओं के साथ आने वाले लोगों की सूची दो-तीन दिनों के भीतर जिला प्रशासन को उपलब्ध करवा देंगे, ताकि लोगों की कोरोना जांच की जा सके।

देवी-देवताओं को नहीं दिया गया निमंत्रण

उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने कहा कि हजारों की संख्या में लोगों के आने की आंशका के चलते इस बार देवी-देवताओं को प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का निमंत्रण नहीं दिया गया है। इस बार व्यापारिक गतिविधियों के न होने से दशहरा उत्सव की कोई आमदनी नहीं होगी और ऐसे में देवी-देवताओं को नजराना देने की व्यवस्था भी नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि श्री रघुनाथ की यात्रा में रथ खींचने वाले सभी श्रद्वालुओं को अपना कोविड टेस्ट करवाना होगा। इन लोगों को आई कार्ड जारी किए जाएंगे।