एचपीयू में हंगामा, पुलिस-एबीवीपी कार्यकर्ताओं में धक्का-मुक्की, 10 को चोटें

  हाथापाई तक जा पहुंचा कुलपति की गाड़ी को घेरने का प्रदर्शन

 विश्वविद्यालय में मैरिट आधार पर दाखिले का कर रहे थे विरोध

शिमला-हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। इस बीच पुलिस और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यताओं के बीच बात धक्का-मुक्की पर जा पहुंचीं। वहीं, एबीवीपी की ओर से पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप भी लगाया है, लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि माहौल तनावपूर्ण होने पर यहां पर कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ, सिर्फ धक्कामुक्की हुई है। बता जा रहा है कि पुलिस ने कुलपति की गाड़ी के आगे धरने पर बैठे कार्यकर्ताआें को हटाया, इससे बात धक्का-मुक्की तक जा पहुंची। इस दौरान 10 कार्यकर्ताओं को हल्की चोटें आई है।

मैरिट आधार पर दाखिला देने को लेकर एबीवीपी  पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन कर रही है, इसी मामले को लेकर कार्यकर्ताओं ने कुलपति की गाड़ी घेर ली थी। सुबह जब कुलपति विश्वविद्यालय पहुंचे, तो कार्यकर्ता उनकी गाड़ी के आगे बैठ गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। कुलपति ने पुलिस को मौके पर बुला लिया। इसके बाद क्यूआरटी की टीम मौके पर पहुंच गई। एबीवीपी का आरोप है कि विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा की जगह मैरिट के आधार पर दाखिला दिया जा रहा है।

इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा का आरोप है कि कोरोना की आड़ में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन अब अपनी जिम्मेदारी से भागता हुआ नजर आ रहा है और यूजीसी निर्देशों की आड़ में प्रदेश भर के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू है, हाल ही में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा प्रवेश परीक्षा की जगह मैरिट के आधार पर पीजी कक्षाओं में दाखिले की बात कही गई है, जिसका एबीवीपी विरोध करती है। विद्यार्थी परिषद ने पहले भी ज्ञापन के माध्यम से कुलपति के समक्ष इन मांगों को रखा था।

विशाल ने कहा कि शनिवार सुबह जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कुलपति से मिलना था, लेकिन उस समय वीसी छात्रों को नजरअंदाज करते हुए लगभग दो घंटे तक गाड़ी से बाहर नहीं उतरे। इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के कार्यकर्ता वीसी की गाड़ी के आगे खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। इसके पश्चात भी वीसी ने छात्रों की मांगों को सुनना सही नहीं समझा। उन्होंने आरोप लगाए कि वीसी ने क्यूआरटी की टीम को बुलाकर छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज करवाते हुए जबरन छात्रों को गाड़ी के सामने से हटाते हुए अपने कार्यालय में प्रवेश किया। कार्यकर्ताओं ने फिर से वीसी से मिलने का प्रयास किया तो पुलिस और क्यूआरटी को आगे करते हुए छात्रों के साथ धक्का मुक्की कर कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़े तथा दर्जनों कार्यकर्ताओं के शरीर मे काफी चोटें भी आई है। उधर, एसपी शिमला मोहित चावला का कहना है कि एचपीयू में किसी तरह का लाठीचार्ज नहीं हुआ है। कुछ समय के लिए यहां पर माहौल तनावपूर्ण हो गया था, छात्रों को समझाने के बाद माहौल शांत हो गया। उन्होंने कहा कि बालूगंज थाना प्रभारी और तहसीलदार मौके पर मौजूद है। स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।