लेह से मूव हुई द्वितीय डोगरा रेजिमेंट, पुरानी यादें ताजा कर कुछ ऐसा बोले पूर्व सैनिक

अनिल पटियाल, बिलासपुर
श्रीनगर के लेह-लद्दाख की चोटियों पर देश की सरहदों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने के बाद अब द्वितीय डोगरा रेजिमेंट राजस्थान के गंगानगर के लिए मूव कर गई है। अब इस रेजीमेंट के जवान राजस्थान के गंगानगर में ड्यूटी निभाएंगे। लेह-लद्दाख के विपरीत परिस्थितियों में इन जवानों ने बखूबी अपनी ड्यूटी निभाई है। देश की सीमाओं की सुरक्षा की है। वहीं, देश के दुश्मनों से दो-दो हाथ भी किए हैं, लेकिन अब इस रेजीमेंट के जवान लेह-लद्दाख के बजाये में अन्य जगह पर ड्यूटी देंगे।

रविवार को द्वितीय डोगरा रेजिमेंट का काफिला बिलासपुर पहुंचा। यहां पर पूर्व सैनिकों द्वारा आर्मी के इन जवानों के लिए दोपहर की व्यवस्था की थी। बिलासपुर के लुहणू मैदान में जब आर्मी का काफिला पहुंचा तो एक तरह से आर्मी छावनी की तरह की लग रहा था। यहां पर द्वितीय डोगरा रेजिमेंट से सेवानिवृत हो चुके पूर्व सैनिक भी पहुंचे थे। जिन्होंने अपने पुराने दोस्तों के साथ ही अन्य जवानों के साथ अपनी यादें ताजा की।

अपने पुराने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्व सैनिक भी बेहद खुश दिखाई दिए। द्वितीय डोगरा रेजिमेंट के सीओ कर्नल मनोज कुमार के अलावा अन्य सेना के अधिकारियों और कर्मचारियों ने दोपहर का भोजन किया। वहीं, द्वितीय डोगरा रेजिमेंट से सेवानिवृत सैनिक सुरेंद्र सिंह, सूबेदार मेजर सोमदत्त, सूबेदार शेर सिंह, कैप्टन सुरेंद्र कुमार, मान सिंह, प्रकाश चंद, राज कुमार, कैप्टन प्रेम लाल सहित अन्य भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि द्वितीय डोगरा रेजिमेंट के गंगानगर मूव करने की सूचना मिली थी। इसके चलते बिलासपुर से होकर रेजिमेंट के जाने की जानकारी मिली और बिलासपुर में रेजीमेंट के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि अपनी रेजिमेंट के अधिकारियों और अन्य जवानों के साथ मिलकर उनकी अपनी पुरानी यादें ताजा हो गई। उन्होंने कहा कि यह रेजिमेंट लेह-लद्दाख से अब गंगानगर के लिए मूव कर गई है।