नवरात्र की शिक्षा

शरदीय नवरात्र शुरू हो चुके हैं। इन नौ दिनों में माता दुर्गा को प्रसन्न करने और मनचाही मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए लोग व्रत भी रखते हैं। नवरात्र का समय आत्मा शुद्धि और प्रकृति को समझने का समय भी है। नवरात्र हमें साधारण खानपान, रहन-सहन, सच्चाई व ईमानदारी का जीवन जीने और पाप से दूर रहने की शिक्षा भी देते हैं। मां दुर्गा को महामाया के नाम से भी पुकारा जाता है।

जबसे सृष्टि की रचना हुई है, उसके बाद से अब तक संसार में जो कुछ भी हो रहा है, वह सब महामाया दुर्गा की इच्छा से ही हो रहा है। दुर्गा भक्ति भाव, इनसानियत की सेवा के कर्म करने वालों से प्रसन्न होती है, न कि धन-दौलत के दिखावे से की जाने वाली पूजा से। नवरात्र में दुर्गा की भक्ति के साथ अपने अंदर समाज और देश सेवा का दीपक भी प्रज्वलित करना चाहिए।