पाक बोला, हमने किया पुलवामा, संसद में इमरान के मंत्री ने ही खोली पोल

पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकियों को पालने के आरोप को भले ही खारिज करता आ रहा हो, पर उसके मंत्री ने ही अब उसकी पोल खोल दी है। पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने संसद में बोलते हुए डंके की चोट पर पाकिस्तान का सच दुनिया के सामने ला दिया है। चौधरी ने पिछले साल पुलवामा में हुए आतंकी हमले को ‘अपनी कामयाबी’ करार दिया है। उन्होंने यहां तक कह डाला कि यह हमला प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में देश की कामयाबी है।

 दरअसल, बुधवार को ही विपक्ष के सांसद अयाज सादिक ने पाक संसद में कहा था कि जब बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पाकिस्तान की कैद में थे, तब पाकिस्तान सरकार को डर सता रहा था कि भारत हमले की तैयारी कर रहा है। उन्होंने दावा किया था कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने विपक्षी दलों से कहा था कि अभिनंदन को जाने दें, वरना भारत रात नौ बजे हमला कर देगा। इस दावे को फवाद चौधरी ने संसद में झूठा करार दिया। यही नहीं, उन्होंने बड़े आत्मविश्वास के साथ संसद में बता डाला कि ‘पाकिस्तान ने भारत को घुसकर मारा है’। वह यहीं नहीं रुके और पाकिस्तान की पोल खोल डाली।

उन्होंने कहा कि पुलवामा में जो हमारी कामयाबी है, वह इमरान खान के नेतृत्व में पूरे देश की कामयाबी है। उसके हिस्सेदार आप भी हैं। गौरतलब है कि पिछले साल 14 फरवरी, 2019 को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ  के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने आईईडी से भरी एक कार का इस्तेमाल किया था, जिसे सीआरपीएफ ज वानों के काफिले से भिड़ा दिया गया था। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।

भारत के दावों पर लगी मुहर

भारत लंबे वक्त से अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के खिलाफ  सबूत पेश करता आया है। हाल ही में जब फायनांशियल ऐक्शन टास्क फोर्स की बैठक में पाकिस्तान के भविष्य पर फैसला होना था, तब भी भारत ने दावा किया था कि पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकियों को पनाह दी जाती है। वहां से ऑपरेट करने वाले आतंकी संगठन भारत में खौफनाक हमलों को अंजाम देते हैं। अब यह बात पाकिस्तान के मंत्री ने खुद स्वीकार कर ली है।

अब ब्लैकलिस्ट होगा पाकिस्तान, अर्थव्यवस्था का निकलेगा कचूमर

फायनांशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ब्लैकलिस्ट में जाने से बचने के लिए पाकिस्तान आतंक के खिलाफ  कार्रवाई का ढोंग कर दुनिया की आंखों में धूल झोंकता रहा है ,लेकिन अब उसके ही मंत्री के कबूलनामे के बाद उसका बच पाना मुश्किल है। मंत्री के इस कबूलनामे के बाद फिलहाल एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल पाकिस्तान के ब्लैकलिस्ट होने की संभावना बढ़ गई है। ग्रे लिस्ट में शामिल होने से ही इस साल दिसंबर तक पाकिस्तान को 25 अरब डालर के नुकसान की संभावना है। अगर पाकिस्तान एफएटीएफ में ब्लैकलिस्ट होता है तो उसे विश्व बैंक, आईएमएफ  जैसे संगठनों और देशों से आर्थिक मदद मिलने के दरवाजे तकरीबन बंद हो जाएंगे। इससे पहले से बदहाल पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था का कचूमर निकल जाएगा।