आईटीआई में खाली रह गई 40 फीसदी सीटें, स्पॉट एडमिशन में भी स्टूडेंट्स की दिखी कम रूचि 

कुल 18 हजार 500 सीटें, भरी करीब 11 हजार, तकनीकी शिक्षा निदेशालय ने केंद्र से मांगी अनुमति
अनिल पटियाल, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश की औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में 40 फीसदी सीटें खाली रह गई हैं। तकनीकी शिक्षा निदेशालय की ओर से अब एडमिशन प्रक्रिया भी बंद कर दी गई है। स्पॉट एडमिशन प्रक्रिया में भी स्टूडेंट्स की कम ही भागीदारी देखने को मिली है। हालांकि तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा स्टूडेंट्स को तीन बार मौका दिया गया। लेकिन उसके बाद भी सीटें खाली ही रह गई हैं। लेकिन तकनीकी शिक्षा निदेशालय की ओर से खाली रह गई 40 फीसदी सीटों को भरने के लिए केंद्र की अनुमति मांगी है। यदि केंद्र की अनुमति मिल जाती है तो इन सीटों को भरने की प्रक्रिया दोबारा शुरू होगी। लेकिन यदि अनुमति नहीं मिली तो यह सीटें खाली ही रहेंगी।
जानकारी के अनुसार तकनीकी शिक्षा निदेशालय की ओर से सितंबर माह से अक्तूबर माह तक एडमिशन प्रक्रिया अपनाई गई। इसके तहत आईटीआई में पहले चरण की ही काऊंसलिंग प्रक्रिया में केवल मात्र 25 फीसदी स्टूडेंट्स ने ही एडमिशन ली। वहीं, इसके बाद दूसरे चरण की काऊंसलिंग के साथ ही स्पॉट एडमिशन प्रक्रिया भी अपनाई गई। स्पॉट एडमिशन के दौरान तो स्टूडेंट्स अपनी मनमार्जी से किसी भी आईटीआई में दााखिला ले सकते थे।  लेकिन इसके बावजूद भी प्रदेश भर की 136 आईटीआई में 40 फीसदी सीटें खाली रह गई हैं।
प्रदेश की आईटीआई में करीब साढ़े 18 हजार सीटें निर्धारित की गई हैं। लेकिन इनमें से साढ़े 11 हजार सीटें ही भर पाई हैं। करीब सात हजार सीटें खाली रह गई हैं। बताया जा रहा है कि मेजर ट्रेड में सभी सीटें भरी जा चुकी हैं। वहीं, जो अन्य कुछ ट्रेड हैं उनमें ही सीटें खाली रही हैं। लेकिन इन सीटों को भी भरने के लिए तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके लिए केंद्र सरकार की ओर से संपर्क किया गया है। ताकि इन खाली सीटों को भी निर्धारित प्रक्रिया के तहत भरा जा सके।
बता दें कि पहले चरण की काऊंसलिंग 24 सितंबर को आयोजित की गई। वहीं, 25 सितंबर को खाली सीटों को डिस्पले किया गया। एडमिशन लेने से वंचित रह गए स्टूडेंट्स को 26 तारीख से दूसरे चरण की काऊंसलिंग के लिए अप्लाई करने का मौका दिया गया। 30 सितंबर को दूसरे चरण की काऊंसलिंग के तहत प्रक्रिया अपनाई गई। छह अक्तूबर को दूसरे चरण के तहत सीट्स भरी गई। इसके बाद 14 अक्तूबर से 17 अक्तूबर तक स्पॉट एडमिशन प्रक्रिया अपनाई गई। लेकिन इसके बाद भी सीटें खाली रह गई हैं।
उधर, इस बारे में तकनीकी शिक्षा निदेशालय सुंदरनगर से उप निदेशक एडमिशन संजय गुप्ता ने बताया कि खाली सीटों को भरने के लिए केंद्र से अनुमति मांगी गई है। उन्होंने कहा कि यदि अनुमति मिली तो इन सीटों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।