परफेक्ट होंगे पढ़ाई में कमजोर छात्र, 33 से कम अंक लेने वाले छात्रों की होंगी रिमेडियल क्लासेज

शिक्षा विभाग ने अब 33 से कम अंक लेने वाले 16 हजार 620 छात्रों की रिमेडियल क्लासेस शुरू करने का फैसला लिया है। ये क्लासेज इसी हफ्ते से शुरू होंगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं अब जिन छात्रों के 33 से कम अंक आए हैं, उनके लिए शिक्षकों को ऑनलाइन अलग से स्टडी मैटीरियल भेजना होगा। इसके साथ ही 33 से कम अंक लेने वाले छात्रों के बार-बार ऑनलाइन टेस्ट भी लिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि समग्र शिक्षा विभाग भी पढ़ाई में कमजोर छात्रों के लिए अलग से  ऑनलाइन क्लासेज लगाने की व्यवस्था करेंगे। साथ ही पहला ही पाठ्यक्रम छात्रों को अब दूसरी बार पढ़ाया जाएगा। शिक्षा विभाग ने भी इस पर शिक्षकों को कहा है कि पहले पुराना सिलेबस छात्रों को पूरा पढ़ाया जाए। इसके बाद ही आगामी सिलेबस को पढ़ाया जाए। फिलहाल शिक्षा विभाग से शिक्षकों को पढ़ाई में कमजोर छात्रों की रिमेडियल क्लासेज लगाने को कह दिया है।

अब ऑनलाइन शिक्षा विभाग कमजोर छात्रों को दूसरे छात्रों के लेवल तक पहुंचाने के लिए कार्य करेगा। गौर हो कि समग्र शिक्षा विभाग की ओर से घोषित हुए नौवीं से 12वीं तक की परीक्षा के रिजल्ट में नौवीं से दसवीं में 10 हजार 400 छात्र फेल हुए हैं। इसमें 3202 छात्राएं व 7191 छात्र फेल हुए हैं। इसके साथ ही 288 छात्र ऐसे हैं, जो फर्स्ट टर्म एग्जाम में फेल हुए हैं। दसवीं की बात करें, तो 5492 छात्रों को 33 से कम अंक हैं। वहीं जमा एक के छात्रों की अगर बात की जाए, तो मात्र 107 छात्रों को ही 33 से भी कम अंक मिले हैं। जमा दो की बात की जाए, तो 58 छात्रों को 33 से भी कम अंक मिले हैं। 21 छात्र फर्स्ट टर्म एग्जाम में अपीयर नहीं हो पाए हैं। वहीं आशीष कोहली, निदेशक, समग्र शिक्षा विभाग ने कहा कि कमजोर छात्रों की रिमेडियल क्लासेज लगाने के निर्देश स्कूल प्रबंधन को दिए गए हैं। साथ ही समग्र शिक्षा विभाग कमजोर छात्रों की पढ़ाई को लेकर अलग से व्यवस्था कर रहा है। इनके लिए अलग से स्टडी मैटीरियल उपलब्ध करवाने पर कार्य किया जा रहा है।

15 दिसंबर से पहले सेकेंड टर्म के एग्जाम

शिक्षा विभाग को 15 दिसंबर से पहले सेकेंड टर्म के एग्जाम पूरे करने होंगे। पंचायत चुनाव से पहले सेंकेड टर्म की परीक्षाएं करवाने पर शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।