सड़कों पर एक भी गड्ढा न दिखे, फोरलेन कार्यों में सुस्ती और खस्ताहाल एनएच पर सीएम तल्ख

फोरलेन निर्माण कार्यों में बरती जा रही सुस्ती और कई नेशनल हाई-वे की खस्ताहाल को लेकर सीएम ने नाराजगी जाहिर की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में यात्रियों की सुविधा को देखते हुए सभी उच्च मार्गों को ठीक किया जाए। इनमें किसी भी तरह का गड्ढा नहीं होना चाहिए, इस बात को अधिकारी सुनिश्चित कर लें। सीएम ने कहा कि प्रदेश में सभी फोरलेन परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि के भीतर पूरा किया जाना चाहिए, ताकि राज्य को बेहतर संपर्क प्रदान करने के अलावा लागत वृद्धि से बचा जा सके। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि आगामी वर्ष 31 मार्च तक परवाणू-सोलन फोरलेन का कार्य पूरा किया जाना चाहिए। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन को 31 मई तक और टकोली-कुल्लू को आगामी वर्ष 31 सितंबर तक पूरा किया जाना चाहिए।

इसके अलावा सीएम ने निर्देश दिए हैं कि आगामी वर्ष के अंत तक कालका-शिमला फोरलेन परियोजना के अंतर्गत सोलन-कैथलीघाट के कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया जाए। क्षेत्रीय अधिकारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण गुरसेवक सिंह ने राज्य में सभी चार फोरलेन परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के बारे में मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया। प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग जेसी शर्मा, मुख्य अभियंता भवन शर्मा, विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग अरिंदम चैधरी, मुख्य अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग अर्चना ठाकुर और अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।

15 तक सुधारें शिमला-मटौर सड़क

शिमला-मटौर वाया घाघस नेशनल हाई-वे की खस्ताहाल को लेकर भी मुख्यमंत्री ने चिंता जताई है। सीएम ने एनएचएआई के अधिकारियों को कहा कि वे 15 नवंबर, 2020 तक इस सड़क ही हालत को सुधारें, जहां पर भी गड्ढे पड़े हैं, उन्हें जल्द से जल्द ठीक किया जाए। सर्दियों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अधिकारियों को नेरचौक से कुल्लू तक पैचवर्क करने के निर्देश दिए। जोगिंद्रनगर-पठानकोट, बद्दी-नालागढ़ और पिंजौर-नालागढ़ सड़क के उन्नयन कार्य को निर्धारित अवधि के भीतर पूरा किया जाना चाहिए। जिन परियोजनाओं का 3-डी कार्य पूरा हो चुका है, उनका 3-जी सर्वेक्षण किया जाना चाहिए।

कैथलीघाट-ढली का मसला सुलझाएं

सीएम ने कहा कि कैथलीघाट-ढली फोरलेन परियोजना का मुद्दा शीघ्र सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस क्षेत्र से 13 बिजली टावरों को स्थानांतरित करने के भी निर्देश दिए। सीएम ने फोरलेन को ‘ग्रीन हाई-वे’ बनाने के लिए सड़क के किनारे पौधे लगाने की आवश्यकता पर भी बल दिया। मनाली में ब्यास नदी पर पुल के निर्माण में देरी पर चिंता व्यक्त की, जिससे पर्यटकों व स्थानीय लोगों को असुविधा हो रही है।