अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर शहादत पाने वाले जिला सिरमौर के राजगढ़ के ग्राम धार पजेरा के 22 वर्षीय अंचित शर्मा शनिवार को अपने पैतृक गांव में पंचतत्त्व में विलीन हो गए। शनिवार सुबह लगभग 11 बजे शहीद अंचित शर्मा की पार्थिव देह जैसे ही तिरंगे में लिपटकर धार गांव पहुंची, तो पूरा गांव शोक में गमगीन हो गया। शहीद के माता-पिता, बहन व दादा-दादी पार्थिव शरीर को देखकर बिलख पडे़। इससे पहले राजगढ़ में हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही इंतजार में खड़े थे और राजगढ़ पहुंचते ही शहीद की पार्थिव देह पर फूलों की वर्षा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। व्यापार मंडल राजगढ़ द्वारा शहीद के स्वागत के लिए फूल व झंडे वितरित किए गए थे और समूचे राजगढ़ के साथ आसमान भी वंदे मातरम, जब तक सूरज चांद रहेगा, अंचित तेरा नाम रहेगा व अंचित शर्मा अमर रहे, जैसे नारों से गूंज उठा।
विमान से पहुंचाया शव
अंचित शर्मा की पार्थिव देह को अरुणाचल के डिबलूगढ़ से हवाई मार्ग से दिल्ली व फिर दिल्ली से हवाई मार्ग से चंडी मंदिर तथा शनिवार सुबह चंडी मंदिर से सड़क मार्ग से सोलन होते हुए राजगढ़ लाया गया। इससे पूर्व सांसद सुरेश कश्यप ने श्मशानघाट पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। सांसद ने शहीद अंचित शर्मा के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान शहीद के परिजनों को प्रदेश सरकार की ओर से पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने पांच लाख रुपए का चेक भेंट किया।
दिव्य हिमाचल प्रबंधक को पितृ शोक
नगरोटा बगवां। ‘दिव्य हिमाचल’ के वरिष्ठ मार्केटिंग प्रबंधक प्रदीप बेदी के पिता पूर्व सैनिक एवं क्षेत्र के नामी हकीम तिलक राज बेदी का शनिवार को निधन हो गया। वह लंबी बीमारी के चलते सेना अस्पताल योल छावनी में उपचाराधीन थे। वह 94 वर्ष के थे तथा 22 साल तक भारतीय सेना में अपनी सेवाएं देने के बाद 1971 में सेवानिवृत्त हुए थे। रस्म उठाला सोमवार 30 नवंबर को स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में सायं तीन से चार बजे तक होगा। श्री बेदी के निधन पर ‘दिव्य हिमाचल’ मीडिया ग्रुप के निदेशक भानु धमीजा, प्रधान संपादक अनिल सोनी, समाचार संपादक संजय अवस्थी सहित सभी विभागों व फील्ड सहयोगियों ने बेदी परिवार की अपूर्णीय क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है।