कोरोना जांच में लाएं तेजी, यूरोप-अमरीकी में बढ़ते कोविड-19 के संक्रमण के चलते भारत सतर्क

देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी के बाद शनिवार को केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टेस्टिंग बढ़ाने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि यूरोप और अमरीकी देशों में कोरोना मामलों में वृद्धि को देखते हुए भारत इसके संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। मंत्रालय ने कहा है कि उत्तर भारत के कुछ राज्यों में कोविड मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को परीक्षण बढ़ाने की सलाह दी है। बता दें कि भारत में कोरोना के नए केसों में 3.4 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली थी। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पॉजिटिविटी दर पांच फीसदी या इससे कम रहती है, तो संक्रमण का प्रसार नियंत्रण में रहता है।

देश की राजधानी दिल्ली में अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ चुकी है। 11 नवंबर को दिल्ली में रिकार्ड 8593 नए केस दर्ज हुए थे और 18 नवंबर को दिल्ली में 131 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई है। दिल्ली सरकार की मानें तो राज्य में प्रति दस लाख की आबादी पर सबसे ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और राजस्थान जैसे राज्यों ने सबसे अधिक नए मामले दर्ज किए हैं, लेकिन राष्ट्रीय औसत 94679 की तुलना में प्रति मिलियन कम परीक्षण किए जाते हैं। बता दें कि कोरोना वायरस की अधिक से अधिक जांच कर वायरस प्रभावितों का जल्दी पता लगाकर इसे नियंत्रित करने की मुहिम में 20 नवंबर को देश में कुल जांच का आंकड़ा 13 करोड़ को पार कर गया। देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 का पहला मामला इस वर्ष 30 जनवरी को आया था और इसके बाद सरकार ने लगातार जांच का दायरा बढ़ाकर संक्रमितों का पता लगाने और वायरस की रोकथाम पर जोर दिया।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के शनिवार को जारी आंकड़ो में बताया गया कि 20 नवंबर तक कुल जांच का आंकड़ा 13 करोड़ छह लाख 57 हजार 808 पर पहुंच गया है। इसमें 20 नवंबर को दस लाख 66 हजार 22 जांच की गई। कोरोना वायरस के बड़े स्तर पर फैलाव की रोकथाम के लिए देश में दिन प्रतिदिन इसकी अधिक से अधिक जांच की मुहिम में 24 सिंतबर को एक रोज में 14 लाख 92 हजार 409 नमूनों की जांच का रिकार्ड है।

देश में कोरोना के सक्रिय मामले फिर घटे

नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के सक्रिय मामलों में फिर कमी आई है और सक्रिय मामलों की दर घटकर 4.85 प्रतिशत पर आ गई है। देश में पिछले 24 घंटे के दौरान सक्रिय मामलों में 4047 की कमी आई है। पिछले कुछ दिनों से सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट आ रही थी, लेकिन शुक्रवार को इस संख्या में में 491 की वृद्धि हुई थी। इस बीच, सुकून की बात है कि इस बीमारी से निजात पाने वालों की संख्या में भी निरतंर इजाफा हो रहा है और रिकवरी दर बढ़कर 93.67 पर आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में 46,232 नए मामले सामने आए इस दौरान 49,715 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी अवधि में 564 और मरीजों की मौत हो गई। देश में सक्रिय मामलों की दर घटकर 4.85 प्रतिशत पर आ गई है और मृत्यु दर भी कम होकर 1.46 प्रतिशत हो गई है।

कोरोना पर नेपाल ने खड़े किए हाथ

काठमांडू। नेपाल ने कोरोना वायरस के टेस्ट, ट्रीटमेंट और क्वारंटाइन सेवाओं को घटा दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, नेपाल का कहना है कि अगर वह इसी तरह पैसे खर्च करता रहा, तो उसके पास कुछ नहीं बचेगा। नेपाल वैक्सीन के लिए पैसे बचाकर रखना चाहता है। अन्य देशों की तरह नेपाल में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन नेपाल के हैल्थ सेक्रेटरी लक्ष्मण आर्यल ने कहा कि हम अभी अधिक खर्च नहीं कर सकते, क्योंकि ऐसा करने पर कुछ नहीं बचेगा। कोरोना संक्रमण की दर सिर्फ वैक्सीन से कम की जा सकती है। हालांकि, नेपाल का यह बयान विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के मुताबिक नहीं है।