कुकिंग ऑयल का बार-बार न करें इस्तेमाल

चंबा में उपायुक्त डीसी राणा ने ढाबा संचालकों और मिठाई विके्रताओं को दिए निर्देश;बोले, सभी दुकानों में खाद्य लाइसेंस होना बेहद ही जरूरी

दिव्य हिमाचल ब्यूरो- चंबा-उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जिले में सभी दुकानों के खाद्य लाइसेंस की उपलब्धता को सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि बिना खाद्य लाइसेंस के दुकानदारी करना अपराध है और ऐसे दुकानदारों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए। वह मंगलवार को जिला स्तरीय खाद्य सुरक्षा एडवाइजरी कमेटी की बैठक में बोल रहे थे। उपायुक्त ने लोगों को इस संदर्भ में जागरूक किए जाने की आवश्यकता पर भी विभाग को कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे दुकानों से सामान खरीदने से पूर्व एक्सपायरी तिथि सहित अन्य आवश्यक तथ्यों की जांच अवश्य करें। यदि कोई दुकानदार नियमों का उल्लंघन करता है तो उस अवस्था में स्वास्थ्य विभाग अथवा प्रशासन को सूचित करे ताकि उस पर कार्रवाई अमल में लाई जा सके।

उपायुक्त ने विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ढाबा संचालक और मिठाई विके्रता कुकिंग ऑयल का बार-बार इस्तेमाल न करें। उन्होंने कहा कि अकसर देखा जाता है कि अधिक मुनाफा कमाने के लिए ढाबा, रेहड़ी अथवा रेस्टोरेंट संचालक कुकिंग ऑयल को बदले बिना उसमें ही व्यंजन बनाते हैं, जो कि सेहत के लिए हानिकारक है। जब खाद्य वस्तुएं तलने के लिए एक ही तेल का प्रयोग बार-बार किया जाता है तो उसमें फ्री रेडिकल्स का निर्माण हो जाता है, जो कि गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इससे कैंसर, कालेस्टसेल आदि बीमारियों की चपेट में आने की संभावना अत्यधिक हो जाती है। उन्होंने कहा कि ढाबा, रेहड़ी अथवा रेस्टोरेंट संचालक एक-दो बार तेल का इस्तेमाल करके बदल लें और इस्तेमाल किया गया पुराना तेल अपने पास रख लें। उपायुक्त ने यह भी कहा कि मीट विके्रताओं को 75 फीसदी अनुदान पर ऋण मुहैया करवाया जा रहा है। इसमें वे न केवल दुकान की मरम्मत करवा सकते हैं बल्कि नए विद्युत उपकरण जैसे फ्रिज व एयर कंडीश्नर आदि भी खरीद सकते हैं। इच्छुक मीट विके्रता को उद्योग विभाग के कार्यालय में जाकर आवेदन करना होगा। उन्होंने कहा कि चंबा में क्लीन स्टस्ीट फूड हब बनाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।

उन्होंने जिले में ढाबा व रेहड़ी संचालकों के नियमित औचक निरीक्षण करने के आदेश भी दिए। इस दौरान ईट राईट कैंपस को लेकर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने स्कूलों व विभिन्न विभागों के कार्यालय परिसर में कैंटीन आदि पंजीकृत करवाने के लिए कवायद आरंभ करने को भी कहा। उन्होंने भोग अभियान के तहत सभी मंदिरों का पंजीकरण करने के आदेश भी दिए। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजेश गुलेरी ने कहा कि जन जागरूकता के लिए विभाग पूर्ण प्रयासरत है। बैठक के दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष वीरेंद्र महाजन ने कहा कि इस संदर्भ में व्यापार मंडल स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन का हरसंभव सहयोग करेगा। इस मौके पर सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा चंबा सविता ठाकुर व खाद्य शिक्षा अधिकारी दीपक आनंद भी मौजूद रहे।