आज के समय में हर इनसान किसी न किसी बीमारी से परेशान है। मधुमेह, रक्तचाप, माइग्रेन इत्यादि ये सभी बीमारियां तो हर घर में देखने के लिए मिल जाएंगी और इन्हें नियंत्रित करने के लिए लोग दवाओं का सेवन करते हैं। लेकिन जो ये दवाएं हैं इनसे भी कई प्रकार की एलर्जी हो सकती है। लेकिन हमें इस बारे में जानकारी नहीं होती और हम इन दवाओं का सेवन करते जाते हैं। परिणाम स्वरूप हम कई अन्य बीमारियों के भी शिकार हो जाते हैं।
दवाओं से होने वाली एलर्जी
सूजन- दवाओं के अत्यधिक सेवन से एलर्जी हो सकती है जिसके परिणाम स्वरूप शरीर में सूजन आने लगती है। सबसे ज्यादा सूजन आती है हाथों और पैरों में। जिसकी वजह से चलने में भी तकलीफ होने लगती है और इसको नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
शरीर में लाल निशान होना
कई बार जब हम अत्यधिक दवाओं का सेवन करते हैं, तो हमारे शरीर में लाल निशान या लाल छोटी-छोटी फुंसियां होने लगती हैं। ये दवाओं का ही दुष्परिणाम होता है। इसलिए कहा जाता है कि दवाओं का सेवन जितना कम से कम हो सके करना चाहिए।
खुजली होना
दवाओं से एलर्जी होने के कारण कई बार शरीर में खुजली भी होने लगती है और ये खुजली इतनी ज्यादा हो जाती है कि इसे नियंत्रित करने के लिए भी दवा का सेवन करना पड़ता है। अत्यधिक दवाओं का सेवन भी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।
किडनी पर असर
अत्यधिक दवाओं के सेवन से गुर्दे या किडनी पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है। जब दवाओं का डोज बहुत अधिक हो जाता है, तो उनका दुष्प्रभाव किडनी पर भी पड़ने लगता है। इसलिए अधिक दवाओं का सेवन न करें। दवाओं का सेवन बिना चिकित्सक की सलाह से न करें।
पाचन खराब होना
अत्यधिक दवाओं के सेवन करने से पाचन खराब होने की समस्या भी होने लगती है। पाचन तंत्र दवाओं के सेवन से खराब हो जाता है और फिर इसे सही होने में काफी समय लग जाता है। कई बार हम बिना चिकित्सक की सलाह से भी दवाएं खा लेते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र पर हानिकारक प्रभाव डालती हैं। इस प्रकार दवाओं के सेवन के कई दुष्परिणाम हैं।
इसलिए थोड़ी-थोड़ी परेशानी होने पर दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप बीमारी से बचना चाहते हैं, तो आप योग और व्यायाम करें न कि बात-बात या जरा सा दर्द होने पर दवा खा लें और एक बात का विशेष ध्यान रखें कि दवा का सेवन करने से पहले ये देख लें कि उसकी एक्सपायरी डेट क्या है। चिकित्सक परामर्श का ध्यान जरूर रखें।