अब बोटियों के भी होंगे कोरोना टेस्ट, बिना रिपोर्ट के शादियों में खाना बनाने पर पाबंदी, लापरवाही बर्दाश्त नहीं

बिना रिपोर्ट के शादियों में खाना बनाने पर पाबंदी, शिमला से हुई पहल

राजधानी शिमला सहित जिला में होने वाले शादी समारोह में जिला प्रशासन ने एक और सख्त फैसला लिया है। शादी समारोह में खाना बनाने वाले सभी लोगों को कोरोना टेस्ट करवाना जरूरी होगा। जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं, वहीं कहा गया है कि अब किसी भी तरह की लापरवाही जिला में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बता दें कि जिला में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, पूरे हिमाचल में शिमला जिला ही एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है, जहां पर सबसे ज्यादा संक्रमित मामले हैं। यही वजह है कि अब जिला प्रशासन ने सभी जिला अधिकारियों को आदेश दिए है कि उनके क्षेत्र में जितनी भी शादी समारोह होते हैं, वहां पर सभी का डाटा रिकार्ड किया जाए, इसके साथ ही कितने कुक वहां पर खाना तैयार करेंगे, लोगों को सर्व करेंगे उसका भी रिकार्ड रखा जाए। अहम यह है कि लोगों को खाना बनाने और परोसने वाले तमाम लोगों के कोविड टेस्ट रिपोर्ट जिला उपमंडल अधिकारी के पास जमा करवाना जरूरी होगा।

अगर उपमंडल अधिकारी की ओर से इस पर कोई लापरवाही बरती गई, तो उनको कारण बताओ नोटिस जारी होने के साथ ही नियमों के तहत कार्रवाई भी की जाएगी। अभी तक जिला प्रशासन के पास पहुंची रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना कोई न कोई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, जिसमें सबसे ज्यादा मंत्री शिमला क्षेत्र से शामिल हैं। रामपुर रोहडू नारकंडा में सबसे ज्यादा शादी समारोह में लोगों के जमा होने की बात सामने आई है। उपायुक्त ने साफ किया है कि जिला को अगर कोरोना वायरस से बचाना है, तो एहतियात बरतना जरूरी है।

एरिया नहीं, पूरा ब्लॉक कंटेनेमेंट जोन बनेगा

शिमला जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि अब जिला के अंदर सभी क्षेत्रों में खुद टीम उतरेगी, और जायजा लिया जाएगा कि कहां पर कितने मामले सामने आ रहे हैं और लोगों की क्या लापरवाही रह रही है। इन तमाम चीजों पर ध्यान रखा जाएगा। जिला में अब जहां पर भी संक्रमण के मामले आएंगे उस पूरे क्षेत्र को सील न कर, बल्कि पूरे ब्लॉक को ही कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत लाया जाएगा।