सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं फेल

नेता प्रतिपक्ष बोले, शाम साढे़ तीन बजे ही डाक्टरों के कमरों पर ताले

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि जिला के सबसे बडे़ क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में डाक्टरों द्वारा फाइव-डे वीक चल रहा है। देश सहित हिमाचल प्रदेश में कोरोना ने आतंक मचाया हुआ है। ऐसे में शनिवार शाम साढे़ तीन बजे ही अस्पताल में सभी डाक्टरों के कमरों के ऊपर ताले लटके हुए हैं, जो यह साबित करते हैं कि प्रदेश सहित जिला ऊना में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का बुरा हाल हो चुका है। प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बनाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो गई है। उन्होंने कहा कि वह शनिवार शाम क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में किसी मरीज का कुशलक्षेम पुछने आए थे, लेकिन यहां आकर देखा कि अस्पताल पूरी तरह से सुनसान पड़ा हुआ है। शाम साढे़ तीन बजे ही अस्पताल में सन्नाटा पसरा हुआ है और डाक्टर के सभी कमरे बंद पड़े हुए हैं।

 उन्होंने कहा कि केवल कोविड स्टाफ को छोड़कर अन्य कोई भी अस्पताल में नहीं दिखा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में फाइव-डे वीक की घोषणा कर रखी है। इसी के चलते चिकित्सक भी शायद फाइव-डे वीक मना रहे है। उन्होंने कहा कि कोविड काल को देखते हुए सरकारी अस्पताल पूरे सप्ताह भर चौबीस घंटे खुले होते हैं, लेकिन जिला ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में व्यवस्थाएं खराब हो गई हैं। सरकार की स्वास्थ्य विभाग पर कोई नजर नहीं है। उन्होंने कहा कि लचर व्यवस्था के कारण लोगों का विश्वास अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर से उठ चुका है।

लोगों का हैल्थ सिस्टम पर विश्वास कायम किया जाए। उन्होंने कहा कि शायद कोविड काल के चलते क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चिकित्सक रोगियों को देख ही नहीं रहे है, इसी के चलते अस्पताल में तालेबंदी देखी जा सकती है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अस्पतालों में लचर व्यवस्थाओं के कारण मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को सरकारी अस्पतालों पर विश्वास नहीं होने से बाहरी राज्यों में जाकर महंगा इलाज करवाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में प्रदेश सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो गई है।