दूसरे चरण में बंपर मतदान; कल तीसरा दौर, आखिरी चरण में 1137 पंचायतों की निर्वाचन प्रक्रिया

पंच-प्रधान चुनने के लिए 1208 पंचायतों में हुई वोटिंग

विशेष संवाददाता—शिमला

हिमाचल प्रदेश में दूसरे चरण के मतदान में बंपर वोटिंग देखने को मिली और 1208 पंचायतों में पंच-प्रधान चुनने के लिए युवाओं सहित बुजुर्गों ने काफी उत्साह दिखाया। अब गुरुवार को तीसरे व अंतिम चरण में 1137 पंचायतों के लिए वोटिंग होगी। इससे पहले रविवार को पहले चरण में  1227 पंचायतों के लिलए चुनाव हुआ था, जिसमें 76.20 प्रतिशत मतदाताओं ने ग्रामीण संसद के यज्ञ में आहुती डाली थी। दूसरी ओर राज्य में तीसरे व आखिरी चरण के चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। मंगलवार शाम को चुनाव प्रचार थमा और अब मतदान गुरुवार को होगा।

21 जनवरी को मतदान का आखिरी दौर रखा गया है, जिसके लिए सुबह आठ बजे से मतदान शुरू होगा। अभी प्रत्याशी डोर टू डोर प्रचार कर सकते हैं। तीसरे और अंतिम दौर में 1137 पंचायतों में चुनाव करवाया जाएगा, जिसके लिए बुधवार शाम तक सभी पोलिंग पार्टियां अपने-अपने पोलिंग बूथ तक पहुंच जाएंगी। बिलासपुर में अब 56 पंचायतों में चुनाव होगा, वहीं चंबा में 83 पंचायतों में चुनाव करवाया जाएगा, जबकि हमीरपुर में 81 पंचायतें हैं वहीं कांगड़ा में सबसे अधिक 264 पंचायतें आखिरी दौर के लिए रखी गई हैं। किन्नौर जिला की 24 पंचायतों में इस दिन चुनाव होगा, वहीं कुल्लू जिला की 76 पंचायतें, मंडी की 181, शिमला की 135, सिरमौर की 84, सोलन जिला की 76 तथा ऊना जिला की 77 पंचायतों में आखिरी चरण का मतदान करवाया जाएगा। कुल 6457 पोलिंग पार्टियां इस चुनाव को करवाएंगी।

ऐसा रहा दूसरे चरण का मतदान

जिला      पंचायतें    मतदान    प्रतिशतता

मंडी       188        175378   81.64

कुल्लू      78         83008     83.13

शिमला    139        104395   78.80

किन्नौर    23         12474     70.30

सिरमौर    88         95444     84.10

सोलन     82         92685     82.78

चंबा       112        100833   82.84

कांगड़ा    274        278961   75.90

ऊना       82         100613   81.41

हमीरपुर   82         92849     77.45

बिलासपुर 60         82231     79.15

चुवाड़ी में 22 साल की दिव्य ज्योति बनीं सरपंच

धर्मशाला—चुवाड़ी के भटियात ब्लॉक की ग्राम पंचायत मलूंडा में मात्र 22 वर्षीय युवती दिव्य ज्योति ग्राम की पंचायत प्रधान चुनी गई हैं। ऐसे में क्षेत्र व स्थानीय पंचायत के लोगों में भी काफी खुशी व उत्साह देखा जा रहा है। दिव्य ज्योति एक शिक्षित युवा है, पिछड़े क्षेत्र की पिछड़ी पंचायत को वह विकास कार्याें में आगे ले जाकर जिला चंबा सहित हिमाचल व देश के लिए मॉडल बनाना चाहती हैं। दिव्य ज्योति का जन्म जनवरी, 1999 में पिता सरदार सिंह व माता आशा देवी के घर हुआ है। मौजूदा समय में वह एमबीए कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मलूंडा पंचायत आने वाले समय में प्रदेश की पंचायतों के लिए एक रोल मॉडल बनाने के लिए जमीनी स्तर पर लोगों के साथ मिलकर कार्य किया जाएगा।

खीरामणी पौने 21 साल की उम्र में बनीं प्रधान

पंडोह —  सराज क्षेत्र के तहत आने वाली कल्हणी पंचायत से खीरामणी 21 साल 10 महीने की उम्र में बतौर सरपंच चुनकर आई हैं। खीरामणी की जन्मतिथ 12 मार्च, 1999 है। उस हिसाब से खीरामणी की वर्तमान आयु 21 वर्ष 10 महीने बनती है। जबना चौहान की जन्मतिथि 11 नवंबर, 1994 है। जनवरी, 2016 में जब जबना पंचायत प्रधान चुनकर आई थीं तो उस वक्त उनकी आयु 21 वर्ष दो महीने थी।