पौंग के साथ कुल्लू में भी मिले मरे हुए परिंदे, अब तक 4953 प्रवासी पक्षियों की हो चुकी है मौत

स्टाफ रिपोर्टर – शिमला

पौंग डैम में 24वें दिन भी बर्ड फ्लू का कहर जारी है। 24वें दिन भी यहां पर सात मरे हुए प्रवासी पक्षी मिले हैं। ऐसे में बर्ड फ्लू से मरने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या 4953 हो गई है। वन विभाग की वन्य प्राणी विंग की आरआरटी की 10 टीमें यहां पर लगातार 24 दिन से काम कर रही है। वे मरे हुए पक्षियों को यहां से हटा कर डिस्पोज ऑफ कर रहे हैं, ताकि इस वायरस की चपेट में स्थानीय पक्षी न आएं। हालांकि कांगड़ा में कई स्थानीय पक्षी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन अब यहां पर काफी हद तक वायरस कंट्रोल में आ गया है।

 गौरतलब है कि 28 दिसंबर, 2020 को सबसे पहले यहां पर चार प्रवासी पक्षी मरे हुए मिले थे, जिसके बाद पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित लैब भेजे गए थे। वहां से इनकी रिपोर्ट आने के बाद यह पुष्टि हुई थी कि इनकी मौत बर्ड फ्लू से हुई है।  यहां पर एच5एन1 स्ट्रेन मिला था, लेकिन दूसरी ओर सोलन में मरी हुई मुर्गियों में एन5एन8 स्टे्रन मिला है। हालांकि इस स्ट्रेन से भी लोग प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि राजस्थान में भी बर्ड फ्लू में यही स्ट्रेन मिला है। ऐसे में सरकार ने एहतियात बरतते हुए एक सप्ताह तक पोल्ट्री पर रोक लगा दी है, वहीं बॉर्डर एरिया के साथ लगते जिले भी हाई अलर्ट पर है।

पांच वायरस जानलेवा

बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहते हैं। यह बहुत संक्रामक और कोरोना की तुलना में ज्यादा घातक है। इन्फ्लूएंजा के 11 वायरस हैं, जो इनसानों को संक्रमित करते हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ पांच ऐसे हैं, जो इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। ये एच5एन1, एच7एन3, एच7एन7, एच7एन9 और एच9एन2 हैं।

आनी में सड़क किनारे मरे छह पक्षी

आनी, कुल्लू । जिला कुल्लू के वर्कशॉप क्षेत्र में पक्षियों की मौत के बाद अब आनी के कुंगश क्षेत्र में पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में छह पक्षियों की मौत हुई है। इससे आसपास के इलाकों में डर का माहौल पैदा हो गया है। लोगों ने इसकी जानकारी पशुपालन विभाग को दी है और विभाग ने बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पक्षियों के सैंपल लिए हैं, जिसे जांच के लिए जालंधर स्थित लैब भेजा है।

 जानकारी के अनुसार आनी उपमंडल के कुंगश क्षेत्र में चिमनी कैंची के पास सड़क किनारे इन पक्षियों की मौत हुई है। इनमें चार किरला (रेडविल्ड मैगपी), एक कौवा और एक कबूतर की मौत हुई है। पशुपालन विभाग जिला कुल्लू के उपनिदेशक डा. संजीव नड्डा ने बताया कि विभाग के ध्यान में पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है और विभाग ने एहतिहात के तौर पर मृत पक्षियों के सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद ही पक्षियों की मौत के असली कारणों का पता चल  पाएगा।