बीते वर्ष के संदेश सबको समझने होंगे : डा. आनंद घिल्डियाल, औषधि विशेषज्ञ

वर्ष 2020 हमें जीवन की वास्तविकता समझा गया। वर्ष 2021 के आगमन के साथ 2020 बीते समय का हिस्सा हो गया। प्रत्येक व्यक्ति इसे अपने जीवनकाल का सबसे कठिन नकारात्मक समय बताता रहा। वर्ष 2020 आने वाले सैकड़ों वर्षो तक हमारी जिंदगी में एक मील का पत्थर साबित होगा। जीवन की आपाधापी में हम सब कुछ भूल चुके थे। हमें अपने अस्तित्व का आत्मबोध करने का मौका मिला। अपने परिवार, समाज, राष्ट्र, विश्व के विषय में सोचने का अवसर मिला। हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर की महानता का बोध हुआ। इस काल में अत्यधिक साहित्य सृजन हुआ। साहित्य के क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम द्वारा अपना संदेश लोगों तक पहुंचाने का सराहनीय प्रयास किया गया। विज्ञान के क्षेत्र में, विशेषकर चिकित्सा के क्षेत्र में जो अभूतपूर्व प्रगति हुई है, उसी के परिणामस्वरूप कोरोना महामारी की वैक्सीन बहुत कम समय में बनाने में सफलता मिली। ऐसी नवीन जानकारी से आने वाले समय में विभिन्न बीमारियों में शोध और इलाज के क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित होगें। सृष्टि जिसका हम अंधाधुंध दोहन करने में लगे थे।

अनेकों वर्षों से जिसके शोधन के लिए प्रयासरत थे, केवल दो माह के लॉकडाउन में ही इसका जो नवीन स्वरूप देखने को मिला, वह प्रत्येक व्यक्ति के दिमाग पर चिन्हित हो चुका है। यह काल हमें भविष्य में हमारी जीवन शैली कैसी हो, इसके प्रति सचेत कर गया है। हमारे लिए यह आवश्यक है कि हम वर्ष 2020 के संदेश जानें और भविष्य के लिए सजग रहकर समग्र जीवन को स्वस्थ, समृद्ध और आनंदमयी बनाएं। इस तरह वर्ष 2020 का एक पक्ष जहां नकारात्मक है, वहीं दूसरा पक्ष सकारात्मक भी है। कोरोना के कारण असंख्य लोगों की जीवन लीला समाप्त हो गई और करोड़ों लोग संक्रमित हो गए, यह नकारात्मक पक्ष है। साथ ही यह वर्ष हमें सचेत करके गया, यह सकारात्मक पक्ष है। यह वर्ष हमें संदेश देता है कि हम समय रहते प्रकृति का संरक्षण सुनिश्चित बनाएं, तो भविष्य में जनजीवन को कोई खतरा नहीं होगा।