किसान जमीन बचाने के लिए सड़कों पर डटे

निजी संवाददाता — चंडीगढ़

हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने किसान आंदोलन में कई टोल प्लाजा पर साथियों सहित पहुंचकर किसान आंदोलन में व्यापार मंडल की तरफ  से समर्थन देते हुए अग्रोहा  टोल प्लाजा पर बोलते हुए कहा कि देश व प्रदेश में सबसे ज्यादा किसान दुखी है। देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है की किसान अपनी जमीन व फसल बचाने के लिए कड़ाके की ठंड में 53  दिनों से सड़कों पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं जिसमें लगभग 70 किसान अपनी जान की कुर्बानी दे चुके हैं बड़े अफसोस से कहना पड़ रहा है कि आज तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलन में जो किसान अपनी जान गवा चुके उन पर दुख प्रकट तक नहीं किया। इससे बड़ी दुख की बात क्या होगी।

यह सरकार के लिए बड़ी शर्म की बात है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने किसान आंदोलन में मृतकों के परिवार सरकार की तरफ  से  कम से कम 50 लाख रुपए मुआवजा व एक सरकारी नौकरी दी जाए और किसानों पर झूठे मुकदमे तुरंत प्रभाव से सरकार वापस ले। श्री गर्ग ने कहा जब देश व प्रदेश का किसान व आढ़ती तीन कृषि कानून नहीं चाहता तो केंद्र सरकार क्यों जबरन किसान व आढ़तियों पर यह काले कानून थोपना चाहती है। यह बात समझ से परे है इससे साफ सिद्ध होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चहेते अंबानी.अडानी व बड़ी-बड़ी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह कृषि कानून बनाएं है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि वह अपनी जिद छोड़ कर तीन कृषि कानून तुरंत प्रभाव से वापस ले और आज देश में जो किसानों के साथ टकराव की स्थिति सरकार ने बना रखी है उसे खत्म किया जाए जबकि तीन कृषि कानून से किसान, आढ़ती, मजदूर, मंडी में काम करने वाले मुनीमए ट्रांसपोर्टर बर्बाद हो जाएंगे और देश में पहले से ज्यादा महंगाई बढ़ेगी और लाखों लोग बेरोजगार होंगे। कृषि कानून से सिर्फ बड़ी.बड़ी कंपनियों को लाभ होगा और देश व प्रदेश की आम जनता को बड़ा भारी नुकसान है इसलिए देश का हर वर्ग किसान आंदोलन के साथ मजबूती से खड़ा है।