मेवों में छिपा है सेहत का राज

प्राचीन काल के ऋषियों-मुनियों ने स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए सूखे मेवों को उपयोगी बताया है। सूखे मेवे मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के तनावों को कम करते हैं और सर्दी के मौसम में ये और भी फायदेमंद होते हैं। इनका सही मात्रा में प्रयोग न केवल व्यक्ति की शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि दिमाग को सक्रिय करने के साथ स्नायु तंत्र को भी कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। मनुष्य के मस्तिष्क का 70 प्रतिशत भाग अम्लीय वसा से बना है, जो दिमाग की कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। इस वसा का निर्माण शरीर सामान्य आहार द्वारा नहीं कर सकता। काजू, बादाम, अखरोट, मूंगफली आदि में यह वसा अत्यधिक मात्रा में पाया जाता है। आइए जानते हैं कुछ सूखे मेवों के बारे में जो आपको ठंड से बचा सकते हैं।

पिस्ता

सर्दियों में स्वस्थ रहने के लिए पिस्ता खाएं। इसकी तासीर गर्म होती है, इसलिए सर्दियों में इसे खाएं। इसमें कैलोरी भी काफी कम होती है। पिस्ता का नियमित सेवन वजन भी नियंत्रित रखता है। दिल के मरीजों के लिए पिस्ता फायदेमंद है, क्योंकि यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।

अखरोट

इसकी रचना मस्तिष्क की संरचना से मेल खाती है। इसका सेवन मस्तिष्क को ताकत देता है। इसकी गिरी स्वादिष्ट, पुष्टिकारक तथा शक्तिवर्द्घक होती है। अखरोट में उपस्थित ओमेगा-3 ओमेगा-6, विटामिन ई और बी-6 नर्व्स सिस्टम के लिए आवश्यक होता है। शीत ऋतु इसे खाने का उत्तम समय है, क्योंकि ठंडे वातावरण में मानव की पाचन शक्ति तेज होती है तथा शरीर में प्रतिरोधक क्षमता भी बनी रहती है।

सफेद तिल

अन्य मेवों की तरह सफेद तिल भी मेवों के समूह में ही आते हैं। इन्हें भिगोकर खाने से ये अधिक लाभदायक होते हैं। यह हृदय संबंधी बीमारी में सर्वोत्तम इलाज माना जाता है। इसमें कैल्शियम बहुत ज्यादा होता है। यह डायबिटीज में भी अत्यंत हितकारी है। जोड़ों के दर्द में सफेद तिल को भिगोकर पीसकर खाने से लाभ होता है। मूत्र संबंधी कठिनाई भी इनके सेवन से दूर हो जाती है। तिल के सेवन से शरीर को खूब गर्मी मिलती है।

बादाम

सर्दियों के मौसम में खांसी और कफ  की समस्या में बादाम खाना लाभकारी है। इसमें मिलने वाले सोडियम, मैगनीशियम और विटामिन ई तनाव दूर करने में सहायक होते हैं। यह गुणों से भरपूर है। परंतु इसे सीधे कच्चा खाने के बजाय इसे पानी में भिगोकर, छीलकर व पीसकर ही खाना चाहिए। दूध में उबालकर भी इसे पिया जा सकता है।

काजू

इसमें मौजूद सोडियम, मैगनीशियम और विटामिन ई तनावमुक्त नींद लाने में मददगार होते हैं। सर्दियों में इसका सेवन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। इसे पीसकर गर्म दूध में पीने से फायदा होता है, क्योंकि यह कैल्शियम से भरपूर होता है। इसे मेवों का राजा भी कहा जाता है।