हादसे में घायलों को बचाने वालों को इनाम

सड़क सुरक्षा माह अभियान के शुभारंभ पर सीएम जयराम ठाकुर ने नवाजे ‘स्मार्टियन’

राज्य ब्यूरो प्रमुख – शिमला

हादसों में घायलों की जान बचाने वालों को स्मार्टियन का दर्जा दिया जाएगा। वहीं, मानवीय सरोकारों वाले ऐसे लोगों को पुलिस परेशान करने की बजाय सम्मानित करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया कि वे गुड स्मार्टियन बनने के लिए आगे आएं उन्होंने कहा कि हिमाचल में इस तरह का अभियान 17 फरवरी तक चलाकर हर व्यक्ति को सड़क सुरक्षा नियमों के लिए जागरूक किया जाएगा।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूक करने व यातायात नियमों की कड़ी अनुपालना करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है, क्योंकि करीब 90 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं मानवीय चूक के कारण होती हैं, इसलिए लोगों को सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।  उन्होंने कहा कि इस अभियान की व्यापक सफलता के लिए यह आवश्यक है कि इसमें आम जनता, स्वयंसेवी संगठनों, पंचायती राज संस्थाओं, स्थानीय निकायों और संबंधित विभागों को शामिल किया जाए। चालकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करने पर बल देते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे चालक सड़क सुरक्षा को लेकर संवेदनशील बन सकेंगे और उनमें व्यावहारिक बदलाव लाया जा सकेगा। विशेषकर स्कूलों एवं व्यावसायिक वाहनों के चालकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, प्रधान सचिव परिवहन केके पंत, निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप महापौर सत्या कौंडल, उप-माहपौर शैलेंद्र चौहान, उपायुक्त आदित्य नेगी और अन्य  अधिकारी इस उपस्थित रहे।

महिला चालक-गुड स्मार्टियन नवाजे

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन जिला से संबंधित एचआरटीसी की महिला चालक सीमा ठाकुर और किन्नौर जिला से संबंधित व्यावसायिक वाहन की महिला चालक पूनम नेगी को सम्मानित किया। उन्होंने गुड स्मार्टियन के लिए किन्नौर जिले के कल्पा निवासी मनमोहन, पांवटा साहिब के राय सिंह और अर्की के राजेंद्र कुमार को सम्मानित किया। इन लोगों ने सड़क दुर्घटना पीडि़तों की सहायता की थी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस अवसर पर सम्मानित किए गए लोगों के खातों में 7500 रुपए की पुरस्कार राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की।

दुघर्टनाएं रोकने के लिए करें प्रयास

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि दुर्घटनाएं रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने सड़कों पर गड्ढों को भरने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसके अतिरिक्त आम जनता को सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए सरकार जागरूकता अभियान आयोजित कर रही है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण को यह सुनिश्चित बनाना चाहिए कि सड़कों का निर्माण उचित ग्रेड और बेहतर गुणवत्ता के साथ किया जाए। किसी सड़क दुर्घटना का इंतजार करने के स्थान पर पहले ही दुर्घटना संभावित मोड़ों और सड़कों पर गड्ढों को हटाने का कार्य किया जाना चाहिए।

घायलों की सहायता पर दें बल

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा पर ध्यान देने के साथ-साथ दुर्घटना में घायलों की सहायता को भी विशेष महत्त्व दिया जाए। उन्होंने कहा कि आमतौर पर यह देखा गया है कि न्यायालय अथवा पुलिस मुकदमे के डर से लोग सड़क दुर्घटना के घायलों की सहायता नहीं करते हैं। इसे दखेते हुए केंन्द्र सरकार ने हाल ही में मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन कर विशेष प्रावधान किया है कि जो व्यक्ति किसी घायल को लेकर अस्पताल जाएगा, उससे कोई पूछताछ नहीं होगी और न ही उसे पुलिस के पास अपनी व्यक्तिगत सूचना पंजीकृत करवाने की आवश्यकता होगी।