स्कूलों में सेकेंड सैटरडे छुट्टी, चंडीगढ़ एजुकेशन डिपार्टमेंट ने लिया फैसला, स्कूलों को लैटर जारी

निजी संवाददाता — चंडीगढ़

अगले माह फरवरी और मार्च से चंडीगढ़ के गवर्नमेंट स्कूलों में अब हर सेकेंड सैटरडे छुट्टी होगी। गुरुवार को चंडीगढ़ एजुकेशन डिपार्टमेंट ने यह फैसला लिया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने इस बारे में सभी स्कूलों के हेड्स को लेटर जारी कर दिया है। नया नियम यूटी एडिड स्कूलों में भी लागू होगा। बता दें कि कोविड-19 के कारण मार्च से बंद पड़े स्कूलों में एजुकेशन डिपार्टमेंट ने सबसे पहले गवर्नमेंट स्कूलों की 10वीं ओर 12वीं की बोर्ड क्लासेस को स्कूल आने की परमिशन दी थी। उसके बाद 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स स्कूल आने लगे। हालांकिए स्कूलों में ऑनलाइन और ऑफलाइनए दोनों तरह की क्लासेस लग रही हैं।

 पहले कम स्टूडेंट्स स्कूल आ रहे थे, लेकिन अब स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि, आगामी फरवरी से चंडीगढ़ एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 6वीं से 8वीं की क्लासेस को खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सभी प्रिंसिपल और स्कूल हेड को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।बता दें कि सेकेंड सैटरडे की छुट्?टी स्कूलों में पहले भी होती थी, लेकिन कोविड 19 के चलते हुए लॉकडाउन के बाद जब दोबारा स्कूल खुले तो ये छुट्टी यह तर्क देकर कैंसिल कर दी गई थीं कि पहले ही सबकी काफी छुट्टियां हो गई थीं। अब दोबारा से सेकेंड सैटरडे की छुट्टी को लागू किया गया है।

इलाज की रिपोर्ट पेश के आदेश

चंडीगढ़। एसएमओ डा. चेतना और सिविल अस्पताल के मेडिकल अधिकारियों द्वारा बलात्कार पीडि़त लडक़ी के इलाज में हुई लापरवाही की घटना पर सख्ती के साथ कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्री बलबीर सिंह सिद्धू ने गुरुवार को सिविल सर्जन गुरदासपुर को तीन दिनों में इस संबंधी रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। पंजाब भवन में सिविल सर्जन्स रिव्यू मीटिंग का नेतृत्व करते हुए श्री सिद्धू ने कहा कि अस्पतालों में बलात्कार के मामलों की जांच में अधिकार क्षेत्र की सीमाएं नहीं होती हैं और अस्पताल में आई किसी भी पीडि़ता को तुरंत इलाज सेवाएं मुहैया करवाने की जि़म्मेदारी मेडिकल अफ़सर की होती है। ऐसी सभी गंभीर घटनाओं में दिशाकृनिर्देशों को लागू करने को यकीनी बनाना भी सिविल सर्जन की ही जिम्मेदारी है।