उल्लू बनाने पर कार्यशाला

अशोक गौतम

ashokgautam001@Ugmail.com

महामारी के चलते देश दुनिया के तमाम शिक्षण प्रशिक्षण संस्थानों पर ताले लगने पर देश को पूर्णतया उल्लुमय करने की इच्छा रखने वाले नवोदित उल्लू मेकरों को हमें यह जानकारी देते हुए हार्दिक प्रसन्नता हो रही है कि अब लीक से हट उल्लू तराश अकादमी देश के होनहार उल्लू बनाने वाले नवोदितों के लिए दस दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन करने जा रही है। उल्लू तराश अकादमी की इस ड्रीम कार्यशाला को दस दिन तक चलाए जाने की योजना है। हे हमारे नवोदित उल्लू बनाने का प्रशिक्षण लेने वाले जुझारू प्रशिक्षको! उल्लू बनाने चले उल्लू बहुधा कहते हैं कि उल्लू बनाने के लिए किसी खास तरह के शिक्षण-प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती। पर जो यह समझते हैं, वे बिल्कुल गलत हैं। जबकि सच तो यह है कि झूठ तो झूठ, आज की तारीख में सच बोलने के लिए भी प्रशिक्षण लेने की सख्त जरूरत है। यदि कोई अनट्रेंड सच कहे तो तय मानिए, उसके सच को गधा तो छोडि़ए, भगवान तक सच नहीं मानते।

आज हमारे जीवन में हर तरह के प्रशिक्षण का कितना महत्व है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है। इस देश की संपदा पर हम सबका हक हो या न! उल्लू बनने पर सभी का हक हो या न, पर हमेशा याद रखिए, उल्लू बनाने पर सभी का हक है। उल्लू बनाना सिखाने की इस ऑनलाइन कार्यशाला में बरसों से हर सरकार और अकादमी को उल्लू बनाने के माहिर, उल्लू बनाने के क्षेत्र में मील पत्थरों पर पत्थर स्थापित कर चुके विशेषज्ञ, देश में बचे उल्लुओं को उल्लू बनाने को तत्पर नवोदितों के साथ अपनी अपनी विशेषज्ञता साझा करते, उल्लू बनाने का श्रेष्ठ से लेकर सर्वश्रेष्ठ ज्ञान देते, नवोदितों को उल्लू बनाने के सौ फीसदी व्यावहारिक तरीके बताएंगे ताकि कल को पेड़ की हर शाख तक ही उल्लू सीमित न रह पेड़ के पत्ते पत्ते पर विराजमान हो सकें। इस उल्लू मेकर प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग लेने के लिए आपको उल्लू तराश अकादमी में अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। अपने पंजीकरण के लिए आप अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड की फोटो प्रति (भले ही वह आधार कार्ड किसी दूसरे का हो), ईमेल आदि का पूरा विवरण इस आशय के साथ कि आप सारे मेहनत, ईमानदारी वाले काम छोड़ उल्लू बनाने का ही प्रशिक्षण क्यों प्राप्त करना चाहते हैं, हमारी ईमेल पर उल्लू बनाने का प्रशिक्षण शुरू होने से दस मिनट पहले तक अकादमी सचिव को भेजना होगा।

कार्यशाला में भाग लेने वाले नवोदित उल्लू बनाना सीखने वाले अभ्यर्थियों को अपना व्यवसाय शुरू करने वाले नवोदित उल्लू मेकरों को अकादमी की ओर से नियमानुसार मानदेय की अदायगी भी की जाएगी। विश्वास कीजिए, पहले के कार्यक्रमों की तरह इस प्रशिक्षण कार्यशाला में नवोदितों का कतई उल्लू नहीं बनाया जाएगा। कार्यशाला संपन्न होने पर सभी नवोदितों को उल्लू बनाने का अकादमी द्वारा ऑनलाइन वैध सर्टिफिकेट दिया जाएगा ताकि बाद में उनको उल्लू बनाते हुए कोई तंग न करे। कार्यशाला का समय रात ग्यारह बजे से लेकर रात के दो बजे तक चार घंटे की अवधि के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन होगा। ऑनलाइन कार्यक्रम की सारी व्यवस्था एवं संपादन हमारे उल्लूश्री सम्मान प्राप्त आदरणीय करेंगे। उल्लू बनाने के तरीकों को बारीकियों से समझाने वाली इस प्रशिक्षण कार्यशाला में भाग लेने के लिए आप हमारे लैंडलाइन पर भी संपर्क कर सकते हैं। उल्लू बनाने के प्रशिक्षण की इस कार्यशाला में प्रशिक्षण लेने के लिए आवश्यक नहीं कि नवोदित ही पंजीकरण करवाएं। वे भी इस कार्यशाला में सादर आमंत्रित हैं जिन्होंने कहीं से भी पहले उल्लू बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया हो, पर वे किसी का मनमाफिक उल्लू न बना पा रहे हों। या कि उल्लू बनाते-बनाते खुद ही उल्लू बनते रहे हों।