प्रदेश में युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा कोरोना, अप्रैल में 47 फीसदी युवा हुए संक्रमित

स्टाफ रिपोर्टर-शिमला
कोरोना संक्रमण अब युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। ज्यादातर युवा अब संक्रमण की चपेट में आना शुरू हो गए हैं, जोकि खतरे की बात बन चुका है। हालत ऐसी है कि अब 45 साल से कम उम्र के संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। अब तो मौतें भी 20 और 30 साल की उम्र के बीच के युवाओं की राज्य में होना शुरू हो गई है। ऐसे में अब युवाओं को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

कोरोना की दूसरी लहर की बात करें तो इस साल करीब 25 फीसदी ऐसे लोगों की मौत हुई है, जो कि 60 साल से कम उम्र के थे। अभी हाल ही में कुल्लू, ऊना जिला में 20 और 25 साल के युवाओं की मौत संक्रमण से हुई है। कई मौतें शिमला, कांगड़ा, मंडी में 30 से 35 साल के बीच के युवाओं की संक्रमण से हुई है।

इसके अलावा 40 से 55 साल के लोगों ने संक्रमण से उपचार के दौरान दम तोड़ा है। पहली लहर इसके बिल्कुल विपरित थी। इसमें ज्यादातर मौतें 55 से ज्यादा उम्र के लोगों को हो रही थी। 40 से 45 साल की उम्र के कम ही लोग इस कोरोना वायरस से मौत का ग्रास बन रहे थे।

डॉक्टरों की माने तो कोरोना की दूसरी लहर ज्यारा घातक है। ये युवाओं को ज्यादा अपनी चपेट में ले रही है। ऐसे में युवाओं को ज्यादा संभल कर रहने की जरूरत है। अगर वे ऐसा सोच रहे है कि कोरोना से उन्हें कुछ नहीं होगा तो ये उनका वहम है। आईजीएमसी में कई ऐसे मरीज भर्ती है जो कि 35 और 40 के बीच के हैं। प्रदेश के कई अस्पतालों में ऐसे ही कई लोग उपचार के लिए भर्ती है।

कोरोना की दूसरी लहर युवाओं को ज्यादा प्रभावित कर रही है। ऐसे में युवाओं को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। युवा भी किसी तरह की लापरवाही न बरते। कई युवा इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। कईयों का उपचार भी चल रहा है। ऐसे में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और हैंड सेनिटाइजर का प्रयोग जरूर करें।
अमिताभ अवस्थी, स्वास्थ्य, सचिव, हिमाचल प्रदेश