श्रद्धालुओं ने सरस्वती सरोवर में लगाई आस्था की डुबकी, चैत्र चौदस मेले में पितरों की निमित तर्पण कर कमाया पुण्य

पिहोवा,  (मुकेश डोलिया)

चैत्र चौदस मेले में शनिवार को भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने कोरोना महामारी से बेखौफ सरस्वती के पावन तटों पर आस्था की डुबकी लगाई। विभिन्न जगहों से आए श्रद्धालुओं ने तीर्थ पुरोहितों के माध्यम से अपने पितरों के निमित तर्पण किया और विधिवत पूजा पाठ करवाया। तत्पश्चात श्रद्धालुओं ने सरोवर के तट पर स्थित प्रेत पीपल पर सूत बांधकर जल अर्पण किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने स्वामी कार्तिकेय मंदिर पहुंच कर भगवान स्वामी कार्तिकेय पर तेल चढ़ाकर पुण्य अर्जित किया।

मंदिर के महंत दीपक गिरि ने बताया कि मंदिर प्रबंधन की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए सेनेटाइजर, मास्क व तापमान चेक करने की मशीन आदि की पूरी व्यवस्था की गई थी। इस पावन तीर्थ पर पूरा वर्ष श्रद्धालु पिंडदान व स्नान करने के लिए आते रहते हैं, लेकिन चैत्र चौदस को यहां स्नान करने का विशेष महत्त्व है। चैत्र चौदस मेले में श्रद्धालुओं का लगभग 80 प्रतिशत वर्ग सिक्ख समुदाय से आता है। इसलिए इस मेले को हिंदू-सिक्ख एकता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।