-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा
15 अप्रैल 1948 वो दिन था, जब धरती का स्वर्ग और देवभूमि हिमाचल अस्तित्व में आया था। अर्थात इसका गठन किया गया था। हालांकि उस समय प्रदेश का दायरा बहुत छोटा-सा था क्योंकि उस समय इसके मात्र 4 ही जिले थे और इसके बहुत से पहाड़ी क्षेत्र पंजाब में थे। धीरे-धीरे इसका विस्तार होता गया और प्रदेश के 12 जिले हैं। धरती पर स्वर्ग है हिमाचल। हिमाचल सारी दुनिया में विभिन्न कारणों से अपनी एक खास पहचान बनाए हुए है। कुछ लोग तो यह भी कहते है कि धन्य हैं वो लोग जिन्होंने इस पावन धरती पर जन्म लिया या अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। अस्तित्व में आने के बाद हिमाचल निरंतर तरक्की कर रहा है।