अपनों ने फाड़े बाली के पोस्टर, राजीव गांधी का भी अपमान, कार्यकर्ताओं का हुड़दंग, पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता

शिमला में कांग्रेस कार्यालय की छत पर कार्यकर्ताआें का हुड़दंग, पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता

विशेष संवाददाता — शिमला

शिमला में कांग्रेस के वर्करों ने ही कांग्रेस के पोस्टर फाड़ दिए। अहम बात है कि स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उनके पोस्टर लगे थे, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली का बड़ा फोटो था, जिसे कांग्रेस के दो वर्करों ने यहां पर फाड़ दिया। इतना ही नहीं, पार्टी कार्यालय राजीव भवन की छत पर रात के समय में चढ़कर यह पोस्टर फाड़े गए, वहीं बस अड्डे पर लगे पोस्टर भी फाड़ दिए गए। कांग्रेस पार्टी ने इस पर कार्रवाई करते हुए दो वर्करों को संगठन से बाहर कर दिया गया है। इनकी प्राथमिक सदस्यता को समाप्त कर दिया है और 15 दिन में उनसे जवाब मांगा है। शुक्रवार को स्व.राजीव गांधी की पुण्यतिथि थी और इस अवसर पर कांग्रेस ने गरीबों की सहायता के लिए एक अभियान की शुरुआत की। यहां गांधी हैल्पलाइन के जरिए गरीबों की सेवा को चलाए अभियान की जिम्मेदारी जीएस बाली को सौंपी गई है, जिनका बड़ा पोस्टर पूरे प्रदेश में लगाया गया है।

शिमला में पार्टी कार्यालय की छत पर यह बड़ा बैनर लगा दिया गया, मगर इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का फोटो नहीं है। माना जा रहा है कि इसी से क्षुब्ध होकर इस पोस्टर बैनर को यहां पर फाड़ दिया गया है। बाद में इसका वीडियो भी इन्हीं वर्करों ने वायरल कर दिया। इनका नाम देवन भट्ट और दीपक खुराना है, जो लीगल सेल व यूथ कांग्रेस में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने इस तरह की अनुशासनहीनता के लिए पार्टी कार्यकर्ता देवन भट्ट व दीपक खुराना को पार्टी की प्राइमरी सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए उन्हें 15 दिनों के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा ने इन दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए कहा है कि राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में कोरोना से प्रभावित लोगों  की सहायतार्थ लगाए गए एक  पोस्टर,  फ्लैक्स को फाड़ने का संज्ञान लिया है। इस बारे इन दोनों ने एक वीडियो भी सोशल मीडिया में जारी किया है, जिसमें वह इस होर्डिंग फ्लैक्स को फाड़ते हुए दिख रहे हैं। पार्टी ने इसे वरिष्ठ नेताओं का विशेष कर राजीव गांधी की शहादत का अपमान बताया है और कहा है ये कभी सहन नहीं किया जा सकता। किमटा ने कहा कि फ्लैक्स के निर्माण को लेकर अगर उन्हें कोई आपत्ति थी तो वह इस बारे अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते थे।