भारत के पूर्व स्पिनर रमेश पोवार फिर से महिला टीम के कोच, दूसरी बार संभालेंगे यह पद

दिव्य हिमाचल ब्यूरो— नई दिल्ली

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने गुरुवार को भारत के पूर्व स्पिनर रमेश पोवार को वूमंस क्रिकेट टीम का हेड कोच नियुक्त किया। वह दूसरी बार इस पद को संभालेंगे। इससे पहले वह 2018 में पांच महीने वूमंस टीम के कोच रह चुके हैं। 2018 में जब वे कोच बने थे, तब वे टीम इंडिया की सीनियर प्लेयर मिताली राज के साथ विवाद को लेकर खूब चर्चा में आए थे। 2018 टी-20 वर्ल्ड कप में टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हारकर बाहर हो गई थी। टूर्नामेंट में दो अर्द्धशतक लगाने के बावजूद मिताली को इस मैच में प्लेइंग-11 में शामिल नहीं किया गया था। इसके बाद मिताली ने पोवार पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया था। साथ ही यह भी कहा था कि पोवार उनके करियर को खत्म करना चाहते हैं। ऐसे में पोवार की दोबारा नियुक्ति से अब क्या मिताली का करियर खत्म हो जाएगा? यह देखने वाली बात होगी। मिताली ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। क्रिकेट करियर के बाद पोवार ने कोचिंग में करियर की शुरुआत की।

वे एक ईसीबी लेवल-2 सर्टिफाइड कोच हैं। उन्होंने बीसीसीआई और नेशनल क्रिकेट अकेडमी की लेवल-2 कोचिंग कोर्स भी कर रखी है। उन्होंने हाल ही में मुंबई टीम की कोचिंग की थी। मुंबई ने इस साल विजय हजारे ट्रॉफी भी अपने नाम किया था। वह एनसीए में बॉलिंग कोच के तौर पर भी काम कर चुके हैं। रमन बीसीसीआई के रडार में मार्च में आए थे। भारत को तब साउथ अफ्रीका ने लखनऊ में खेले गए पांच मैच की वनडे सीरीज में 4-1 से हराया था। वहीं, 3 मैच की टी-20 सीरीज में अफ्रीकी महिला टीम ने भारत को 2-1 से हराया था। इस सीरीज में मिताली की स्लो बैटिंग के लिए आलोचना हुई थी। मिताली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 50 रन (85 गेंद), 36 रन (50 गेंद), 45 रन (71 गेंद) और 79 रन (104 गेंद) की पारी खेली थी।

कोच के लिए मिले 35 आवेदन

बीसीसीआई को इस पद के लिए 35 एप्लिकेशन प्राप्त हुए थे। तीन सदस्यीय क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी ने पोवार के नाम को फाइनल किया। इसमें सुलक्षणा नाइक, मदन लाल और रुद्र प्रताप सिंह शामिल हैं। पोवार ने भारत के लिए दो टेस्ट और 31 वनडे खेले हैं। पोवार पूर्व कोच वूरकेरी रमन को रिप्लेस करेंगे। रमन दिसंबर, 2018 में वूमंस टीम के कोच बने थे। उनके अंदर टीम 2020 टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई थी। फाइनल में टीम इंडिया को आस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।