हॉकी टीम की युवा डिफेंडर निशा बोलीं, मुझे अब शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने का डर नहीं है

बंगलूर — भारतीय महिला हॉकी टीम की युवा डिफेंडर निशा ने कहा है कि अर्जेंटीना और जर्मनी जैसी शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने के लिए एक कठिन मानसिक श्रृंगार की आवश्यकता होती है। शुरू में मैं विश्व स्तरीय टीम के खिलाफ खेलने को लेकर चिंतित रहती थी, लेकिन उनके घरेलू मैदान पर कुछ मैच के खेलने के बाद अब मुझे उनके खिलाफ खेलना का कोई डर नहीं है। विश्व की नंबर दो टीम अर्जेंटीना और नंबर तीन जर्मनी के खिलाफ उनके घरेलू मैदानों पर खेलना युवा भारतीय महिला हॉकी डिफेंडर निशा के लिए काफी उत्साहवर्धक रहा है।

निशा ने वर्ष 2019 में एफआईएच महिला श्रृंखला फाइनल हिरोशिमा 2019 में अपना पदार्पण किया था, जब भारत उरुग्वे के खिलाफ खेला था। निशा अपने खेल में बेहतरी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सही एक्सपोजर हासिल कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि निशा इस वर्ष जनवरी में अर्जेंटीना दौरे पर भारतीय टीम का हिस्सा थीं।

यहां भारतीय टीम ने मेजबान देश की जूनियर टीम के साथ-साथ विकास टीम के खिलाफ भी मुकाबला खेला था। इसके अलावा वह फरवरी 2021 में जर्मनी दौरे पर भी टीम में शामिल थीं, जहां टीम ने मेजबान के खिलाफ चार मैच खेले थे। इस पर निशा ने कहा कि मुझे लगता है कि अपने करियर की शुरुआत में ऐसी शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने का यह एक्सपोजर मुझे एक खिलाड़ी के रूप में सुधार करने में मदद करेगा और मैं इस अवसर के लिए आभारी हूं।

इन दौरों ने निश्चित रूप से मेरे आत्मविश्वास के स्तर को बढ़ाने में मदद की है, क्योंकि मैं अच्छी तरह समझती हूं कि उच्च रैंक वाली टीमों के खिलाफ खेलने में कैसा लगता है। 25 वर्षीय निशा ने कहा कि अर्जेंटीना और जर्मनी दोनों ही बहुत सामरिक हॉकी खेलते हैं और जिस तरह से उनके खिलाड़ी आपस में बात करते हैं और सर्कल में घुसने के लिए गैप की तलाश करते हैं वह बहुत ही अनूठा है।

उनके खिलाफ बचाव करना आसान नहीं है, लेकिन उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैं उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहती हूं, जिनमें मुख्य कोच चाहते हैं कि मैं काम करूं और टीम की बेहतरी में अपना योगदान जारी रखूं। मेरा ध्यान कोचिंग स्टाफ की सलाह के अनुसार क्षेत्रों पर काम करना है। जर्मनी दौरे के बाद हमारे हर प्रदर्शन का विश्लेषण किया गया और हमें बताया गया कि हमें किन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।

ओलंपिक की ओर तेजी से आगे बढऩे के साथ सभी खिलाड़ी टीम में जगह पाने के लिए खुद को साबित करना चाहते हैं। कोर ग्रुप के भीतर एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है जो बेहतर प्रदर्शन करके एक दूसरे को पीछा छोडऩे चाहते हैं। व्यक्तिगत रूप से मैं वरिष्ठ खिलाडिय़ों से अधिक से अधिक सीखना चाहती हूं और टीम में अपनी भूमिका को परफेक्शन के साथ निष्पादित करना चाहती हूं।