स्कूलों में बुलाए जाएंगे टीचर, कल होगी बैठक, सुझाव पर शिक्षकों की लगाई जाएंगी ड्यूटियां

शिक्षा विभाग की उपनिदेशकों के साथ कल होगी बैठक, सुझाव पर शिक्षकों की लगाई जाएंगी ड्यूटियां

प्रतिमा चौहान — शिमला

कोरोना के मामले थमने के साथ ही अब एक बार फिर से सरकारी स्कूलों को खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। सरकार व शिक्षा विभाग ने पहली जून को जिला उपनिदेशकों के साथ बैठक आयोजित की है। मंगलवार को होने वाली इस बैठक में तय हो जाएगा कि कितनी संख्या के साथ स्कूलों में शिक्षक आएंगे। शिक्षा विभाग की माने, तो प्रिंसीपल व शिक्षक स्कूलों में आकर बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर भी तैयारी करेंगे। हालांकि पहले चरण में सभी शिक्षकों समेत गैर शिक्षकों को नहीं बुलाया जाएगा। केवल आवश्यकतानुसार ही स्टाफ स्कूलों में आएगा। ऑनलाइन होने वाली इस बैठक में जिला के सभी उपनिदेशक अपने-अपने जिला में कोरोना के हालात को देखते हुए सुझाव देंगे। जिला उपनिदेशकों के सुझाव को देखते हुए शिक्षा विभाग सरकार से शिक्षकों को बुलाने की अनुमति मांगेगा। बता अगर पहली जून को शिक्षकों को स्कूल में बुलाया जाता है, तो ऐसे में वे ऑनलाइन स्टडी पर भी फोकस करेंगे।

 जिन छात्रों के पास मोबाइल फोन नहीं है, उन्हें ऑफलाइन स्टडी मैटीरियल उपलब्ध करवाया जाएगा। शिक्षक ऑनलाइन स्टडी के लिए आईसीटी लैब का इस्तेमाल भी करेंगे। आईसीटी लैब के माध्यम से हर सिलेबस का मैटीरियल छात्रों तक पहुंचाएंगे। गौरतलब है कि शिक्षण संस्थानों में कितने फीसदी शिक्षकों को बुलाया जाना है, यह फैसला सरकार नहीं ले पाई है। शिक्षकों को बुलाने के लिए उपनिदेशकों से फीडबैक लेने के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाना है। उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में कितने शिक्षकों को बुलाया जाए, इसे लेकर पहली जून को बैठक बुलाई है। फीडबैक लेने के बाद सरकार को अवगत कराया जाएगा।

शिक्षकों व स्टाफ को लगेगी वैक्सीन

प्रदेश के स्कूलों में सेवाएं देने वाले शिक्षक, गैर शिक्षक व अन्य स्टाफ को टीका लगाया जाएगा। शिक्षकों व स्टाफ से छात्रों को संक्रमण न हो, इसके लिए सभी को टीका लगाए जाने का लक्ष्य शिक्षा विभाग ने रखा है। विभाग जिला उपनिदेशकों से यह भी आकंड़ा तलब किया है कि स्कूल के कितने स्टाफ को अभी तक टीका लगाया जा चुका है।