1239 रूटों पर दौड़ेंगी बसें, HRTC की तैयारी पूरी, डिपुओं में पहुंचे चालक-परिचालक

एचआरटीसी की तैयारी पूरी, डिपुओं में पहुंचे चालक-परिचालक

कार्यालय संवाददाता — शिमला

हिमाचल प्रदेश में सोमवार से एचआरटीसी की बसें 1239 स्टों पर चलेंगी। दो-तीन दिन तक ट्रायल किया जाएगा, जिसके बाद बसों की संख्या को बढ़ाने या घटाने का निर्णय होगा। कोरोना बंदिशों से पहले जिन स्टों पर राज्य के भीतर बसों को चलाया जा रहा था, उनमें बसों को शुरू किया जाएगा। राज्य से बाहर के लिए अभी बस सेवा नहीं मिलेगी। चंडीगढ़ के लिए बसों को केवल परवाणू तक भेजा जाएगा और इसी तरह से दूसरे डिपुओं से भी बॉर्डर तक बसों की आवाजाही को एचआरटीसी सुनिश्चित करेगा। सोमवार से कोरोना बंदिशों में राहत मिल रही हैं। ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा जारी की गई एसओपी के साथ प्रदेश में एचआरटीसी पहले दिन करीब 1239 रूटों पर बसें चलाएगा। हालांकि निगम प्रबंधन ने 1500 से अधिक बसें तैयार कर रखी हैं।

 ये बसें यात्रियों की संख्या के अनुसार रूटों पर चलाई जाएगी, क्योंकि निजी बस ऑपरेटरों ने बसों को चलाने से मना कर दिया है। बसों की कमी न हो इसके लिए निगम ने पूरी तैयारी की है और बसें तैयार की हैं। निगम का दावा है कि प्रदेश में प्राइवेट बसें खड़ी होने के चलते यात्रियों को हर जगह बस सेवा मुहैया करवाई जाएगी। जानकारी के अनुसार प्रदेश में सबसे बडे़ शिमला डिवीजन में 1272 कुल रूटों में से 650 पर बसें चलाने की तैयारी है। वहीं, शिमला शहर में 270 में से करीब 185 रूटों पर बसें चलाए जाने की तैयारी है। इस तरह मंडी डिवीजन में पहले दिन करीब 229 रूटों, हमीरपुर डिवीजन में 160 और धर्मशाला डिवीजन में 200 के करीब रूटों पर बसें चलाने की तैयारी है।

ये यात्री नहीं कर पाएंगे बसों में सफर

प्रदेश में बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एसओपी भी जारी कर दी गई है। एसओपी के तहत जिन यात्रियों का आरोग्य सेतु ऐप में रेड स्टेटस होगा, वे बसों में सफर नहीं कर पाएंगे। बस स्टैंड पर यात्रियों का आरोग्य सेतु ऐप स्टेटस चैक किया जाएगा। जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं होंगे, वे यात्री ही बसों में सफर कर पाएंगे। बस में चढ़ने से पहले यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। एसओपी के मुताबिक बसों को सुबह चलने से पहले या फिर शाम को खड़ी होने के बाद सेनेटाइज करवाना जरूरी होगा।