केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई बोर्ड) 12वीं के लिए अंकों की जगह ग्रेड देने की तैयारी

एजेंसियां — नई दिल्ली
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से अभी कक्षा 12 के छात्रों के लिए मार्किंग पॉलिसी तय करना बाकी है, लेकिन इसी बोर्ड के अधिकारियों ने बताया है कि सीबीएसई बोर्ड 12वीं के छात्रों को माक्र्स के बजाए ग्रेड देने के सुझाव पर विचार किया जा रहा है। बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि सीबीएसई को कक्षा 12 के वैकल्पिक असेस्मेंट के लिए स्कूल प्रिंसिपलों की ओर से भिन्न-भिन्न सुझाव मिले हैं। प्रिंसिपलों की एक बड़ी संख्या ने सुझाव दिया है कि 12वीं के स्टूडेंट्स को माकर्स की बजाए पिछली परीक्षाओं के ग्रेड दिए जाएं। पहले सीबीएसई की यह नीति कक्षा 10 के छात्रों के लिए थी। इसके बाद ग्रेडिंग सिस्टम बंद कर दिया गया। सीबीएसई के अनुसार चूंकि इस साल परीक्षाएं रद्द हो चुकी हैं और छात्रों के रिजल्ट पूर्व के प्रदर्शन के आधार पर घोषित किए जाने हैं ऐसे में अब छात्रों को अंक देना अच्छा नहीं रहेगा।

उधर, एक न्यूज पोर्टल से बात करते हुए बोर्ड सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा मूल्यांकन फॉर्मूला दो हफ्तों में तय कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि चार जून को सीबीएसई ने 13 सदस्यीय एक समिति का गठन किया था, जो असेस्मेंट पॉलिसी तय करेगी। बोर्ड ने समिति से कहा था कि वह 10 दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे। वहीं, बताया जा रहा है कि सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट 15 जुलाई के बाद जारी किया जा सकता है। क्योंकि सीबीएसई ने स्कूलों को इंटरनल असेस्मेंट माक्स अपलोड करने के लिए लास्ट डेट 28 जून तक के लिए बढ़ा दी है। ऐसे में रिजल्ट तैयार करने में बोर्ड को कम-से-कम 15 दिन का समय लगेगा। इस हिसाब से 15 जुलाई के बाद इंटर का रिजल्ट घोषित हो पाएगा।