खुद का उद्योग खोलकर लगा दी नौकरियों की झड़ी, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का उठाया फायदा

सस्ता ऋण और सबसिडी पाकर काम शुरू कर पाई पहचान

194 युवा कोरोना काल में अकेले हमीरपुर के बने जॉब प्रोवाइडर

दिव्य हिमाचल ब्यूरो — हमीरपुर
सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरियों के पीछे भागने के बजाय युवा अपने उद्यम लगाकर न केवल स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि कई अन्य लोगों को भी घर के पास ही रोजगार प्रदान कर रहे हैं। इसी कड़ी में कोरोना संकट के कारण निजी क्षेत्र में अपनी नौकरी या छोटा-मोटा कारोबार खो चुके युवाओं के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना वरदान साबित हुई है। अगर पिछले लगभग डेढ़ साल के कोरोना काल को देखें तो संकट के इस दौर में भी हमीरपुर जिले के लगभग 194 युवाओं ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठाकर उद्यमी बनने का मार्ग प्रशस्त किया है।

जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विजय चौधरी ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान जिला हमीरपुर में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत 182 मामलों को मंजूरी प्रदान की गई है। लगभग 30 करोड़ 56 लाख रुपए के पूंजी निवेश वाले इन उद्यमों में करीब 760 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। विजय चौधरी ने बताया कि इन मामलों में उद्योग विभाग अभी तक लगभग छह करोड़ 40 लाख रुपए की सबसिडी दे चुका है। इस वित्त वर्ष में अभी तक 12 नए मामलों को मंजूरी दे दी गई है तथा इन्हें भी लगभग 51 लाख रुपए का अनुदान दिया जा चुका है। वैसे देखा जाए, तो आज लगभग हर युवा उद्यमी बनना चाहता है, लेकिन, पैसे और अन्य आवश्यक संसाधनों के अभाव में सफल उद्यमी बनने का सपना साकार करना एक आम युवा के लिए असंभव ही लगता है। ऐसे मेहनती और जीवन में सफल उद्यमी बनने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना एक वरदान से कम नहीं है।

मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के मामलों के अध्ययन के बाद जिला स्तरीय समिति इन्हें तुरंत मंजूरी प्रदान करती है तथा बैंकों से ऋण संबंधी प्रक्रियाओं को भी तेजी से पूरा करवाया जाता है। यही कारण है कि कोरोनाकाल में भी जिला के लगभग 194 युवा मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठा चुके हैं।
देबश्वेता बनिक, उपायुक्त हमीरपुर