सेंट्रल यूनिवर्सिटी में प्रवेश को परीक्षा, केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए एनटीए लेगा टेस्ट

अनु शर्मा— धर्मशाला

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में पीजी के सभी कोर्स में प्रवेश के लिए इस वर्ष कॉमन एंट्रेंस टेस्ट राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी एनटीए द्वारा लिया जाएगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों के तहत देश के सभी 42 केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए यह कॉमन एंटे्रस टेस्ट एक दिन में लिया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी एनटीए ही पूरी व्यवस्था करेगी। यह एंटे्रस टेस्ट पीजी के साथ-साथ यूजी के सभी कोर्स में प्रवेश के लिए भी लिया जाएगा। इसके लिए सभी 42 विश्वविद्यालयों के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन के साथ यूजीसी जनवरी से लेकर मार्च के दौरान बैठकें कर चुका है।

विश्वविद्यालयों की ओर से भी इसके लिए पूरी तैयारी की जा चुकी थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों और देश भर के विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन लगने की वजह से यह परीक्षा अब तक नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी एनटीए राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं का आयोजन करती है। राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा अर्थात नेट और नीट की परीक्षाएं एनटीए द्वारा ही करवाई जाती है। वहीं अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने केंद्र सरकार के अधीन आने वाले सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए भी कॉमन एंटे्रस टेस्ट एनटीए से करवाने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में यूजी और पीजी में प्रवेश पाने के लिए अब सभी विद्यार्थियों को एनटीए के कड़े मानकों पे खरा उतरकर यह परीक्षा पास करनी होगी, तभी उन्हें केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल पाएगा। कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आने के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय इसके लिए विद्यार्थियों से आवेदन मांगेगा। यह परीक्षा ऑनलाइन होगी अथवा ऑफलाइन इसका निर्णय भी एनटीए के द्वारा ही लिया जाएगा। उधर, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के अतिरिक्त परीक्षा नियंत्रक डा. सुमन शर्मा ने कहा कि हालांकि पहले भी केंद्रीय विश्वविद्यालय राज्य विश्वविद्यालयों के इतर अपनी अलग से प्रवेश परीक्षा करवाता था, लेकिन इस वर्ष एमएचआरडी के निर्देशानुसार एनटीए देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए कॉमन एंटे्रस टेस्ट करवाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए यूजीसी के साथ बहुत बार बैठकें हो चुकी थीं और शेडयूल भी बनाया जा चुका था, लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से यह परीक्षा अभी तक नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि प्रवेश परीक्षा को आगे की प्रक्रिया के लिए यूजीसी को भी मेल कर दी गई है। यूजीसी के निर्देश के बाद जल्द की आवेदन पत्रों के लिए शेड्यूल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की स्थिति पर काबू नहीं होता है और यूजीसी से विमर्श करने के बाद पिछले वर्ष की तर्ज पर भी प्रवेश परीक्षा करवाई जा सकती है। इसके लिए एक सप्ताह के भीतर स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।