हवा में भारत की ताकत में इजाफा, नई पीढ़ी की आकाश एनजी मिसाइल का परीक्षण सफल

बालासोर। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने शुक्रवार को एकीकृत परीक्षण रेंज से नई पीढ़ी की आकाश (आकाश-एनजी) मिसाइल का सफल उड़ान परीक्षण किया। पिछले तीन दिनों के दौरान दूसरी बार ओडिशा तट से यह परीक्षण किया गया है। इससे पहले 21 जुलाई को इस मिसाइल का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया।

यह परीक्षण आज पौने बारह बजे उच्च गति वाले मानवरहित हवाई लक्ष्य को निशाना बनाते हुए किया गया और मिसाइल ने अपने लक्ष्य को बखूबी भेद दिया। इस परीक्षण से मिसाइल की संपूर्ण हथियार प्रणाली की कार्यप्रणाली को मान्यता मिल गई है और उन्होंने ठीक प्रकार से कार्य किया है।

इनमें स्वदेशी रूप से विकसित आरएफ सीकर, लांचर, बहुमुखी राडार और कमान, नियंत्रण एवं संचार प्रणाली शामिल हैं। डीआरडीओ सूत्रों ने कहा कि खराब मौसम के बीच मिसाइल का परीक्षण किया गया है और इसने सभी प्रकार के मौसम में मिसाइल की क्षमता को साबित कर दिया है। भारतीय वायु सेना के अधिकारियों की टीम ने भी इस परीक्षण को देखा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मात्र तीन दिनों के भीतर इसके दूसरे सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ, भारतीय वायु सेना और रक्षा उपक्रम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक स्वेदशी प्रौद्योगिकी से बनी यह मिसाइल भारत वायु सेना की मारक क्षमता में कईं गुना इजाफा करेगी।